न्यूज जंगल नेटवर्क, कानपुर : छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में मंगलवार को विद्या परिषद की बैठक वीसी प्रो विनय कुमार पाठक की अध्यक्षता में हुई। इस बैठक में नए सत्र में पाठ्यक्रमों के संचालन संबंधित सभी तैयारियों पर चर्चा करते हुए सभी एचओडी ने जानकारी प्रदान की। इस बैठक में ग्रेजुएशन और पीएचडी पाठ्यक्रमों को शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत चलाने का फैसला लिया गया। साथ ही 2022-23 के नये एकेडमिक कैलेंडर के चर्चा की गई। इसके अलावा कई नई स्कीमों को भी हरी झंडी दी गयी।
नई स्कीम और कोर्स शुरू किए गए…
नई स्कीमों के तहत रामानुजन टीचिंग असिस्टेंटशिप स्कीम को हरी झंडी दी गई। इसमें पीएचडी स्कालरों के टीचिंग और स्कालरशिप दिए जाने संबंधी प्रावधान तय किए गए। यूनिवर्सिटी में लैब इंटर्नशिप स्कीम शुरू करने को भी शुरू किया गया। बैठक में एमए इन हिन्दू स्टडीज के अलावा सर्टिफिकेट इन सोशल मीडिया, सर्टिफिकेट इन टीवी जर्नलिज्म, सर्टिफिकेट इन गर्भ संस्कार के नये कोर्स शुरू करने की मंजूरी दी गई।
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नई शिक्षा नीति लागू करना पर हुई चर्चा
इस संदर्भ में सभी विभागों ने पहले ही बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक कर सभी ग्रेजुएशन और पीएचडी कोर्स की नई शिक्षा नीति 2020 के तहत दोबारा से रिस्ट्रक्चर करने पर सहमति बनी। जिसे आज विद्या परिषद की बैठक में अप्प्रूव कर दिया गया। बैठक में शासन के दिशानिर्देशों के मुताबिक बीए, बीएससी और बीकॉम पाठ्यक्रमों में ग्रेडिंग प्रणाली लागू करने पर विचार किया गया तथा उसी अनुरूप नियमावली और अध्यादेशों में बदलाव करने की बात हुई। विश्वविद्यालय परिसर में स्कूल ऑफ लैंग्वेज के अंतर्गत एमए हिन्दी और एमए संस्कृत के नवीन पाठ्यक्रम संचालित करने पर विचार किया गया।