जब तक भक्त हैं, कोई भी हमारे ‘धर्म’ को चुनौती नहीं दे सकता’, उदयनिधि की टिप्पणी पर बोलीं स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सनातन धर्म को मिटा देने वाले बयान को लेकर चल रहे विवाद कड़ा पलटवार किया है. स्मृति ईरानी ने कहा, ‘कुछ लोग सनातन को चुनौती दे रहे हैं.आस्था को कोई चुनौती नहीं दे सकता

News jungal desk :- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने सनातन धर्म को मिटा देने वाले बयान को लेकर चल रहे विवाद पर कड़ा पलटवार किया है । और स्मृति ईरानी ने बोला कि , ‘कुछ लोग सनातन को चुनौती दे रहे हैं । आस्था को कोई चुनौती नहीं दे सकता.’ बता दें कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने कुछ दिन पूर्व एक सभा में सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया था । उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि सनातन धर्म को मिटा देने चाहिए । इस बयान के बाद देशभर में बयानबाजी का दौर शुरू हो गया था । हालांकि विवाद को बढ़ता देख तमिलनाडु के खेल मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने इस पर सफाई दी है । और उन्होंने कहा, ‘मेरे बयान का गलत मतलब निकाला गया है और हम किसी भी धर्म के दुश्मन नहीं हैं ।

इसी कड़ी में कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के बेटे प्रियांक खड़गे उदयनिधि स्टालिन के बयान के पक्ष में नजर आए है । जबकि एनडीए के नेताओं ने पुरजोर विरोध किया है वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भी इस मुद्दे पर टिप्पणी की । उन्होंने कहा, ‘सनातन की परीक्षा ली जा रही है । सनातन की परीक्षा ना लें । सहिष्णुता ही सनातन की सबसे बड़ा कुंजी है । और सनातन धर्म को जाने बगैर, सनातन में राम जी पैदा हुए, परशुराम भी पैदा हुए. सनातन धर्म के सभी देवी-देवताओं के हाथों में कोई न कोई शस्त्र है ।

तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की सनातन धर्म संबंधी टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, “उदयनिधि स्टालिन के बयान को पांच दिन हो गए…राहुल गांधी, नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव चुप हैं…कब बोलेंगे?”

वहीं तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने कहा, “उन्होंने सनातन सिद्धांतों पर अपने विचार व्यक्त किए जो अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करते हैं, उनका किसी भी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था. भाजपा समर्थक ताकतें दमनकारी सिद्धांतों के खिलाफ उनके रुख को बर्दाश्त करने में असमर्थ हैं और उन्होंने एक झूठी कहानी फैलाई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि “उदयनिधि ने सनातन विचारों वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था.”

वहीं ‘सनातन धर्म’ विवाद पर बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा, “भारतीय संविधान में भगवान राम, कृष्ण, अर्जुन, नटराज और हनुमान की तस्वीरें हैं और डॉ. राजेंद्र प्रसाद, जवाहरलाल नेहरू, बीआर के हस्ताक्षर हैं. आंबेडकर और अन्य लोग भी संविधान में मौजूद हैं. ‘सनातन धर्म’ को संविधान में सम्मान दिया गया है.”

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