आतंकवादी घटनाओं के लिए कुख्यात पाकिस्तान भारत में अपनी नापाक हरकतें करने से पीछे नहीं हटता है। कभी आतंकियों को ट्रेनिंग देता तो कभी भारत में ड्रोन से निगरानी करता है।
आतंकवादी घटनाओं के लिए कुख्यात पाकिस्तान भारत में अपनी नापाक हरकतें करने से पीछे नहीं हटता है। कभी आतंकियों को ट्रेनिंग देता तो कभी भारत में ड्रोन से निगरानी करता है। वही पाकिस्तान को जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने कड़े कदम उठाए हैं, जिसके बाद अब कोई भी नापाक हरकत करने से पहले पाक दस बार सोचेगा। ड्रोन निगरानी से निपटने के लिए सेना ने लाइन ऑफ कंट्रोल (LoC) पर क्वाडकॉप्टर जैमर और मल्टी-शॉट गन सहित दो सिस्टम लगाए हैं।
जानकारी के अनुसार ”सेना ने LoC पर क्वाडकॉप्टर जैमर लगाए हैं, जिन्हें एक्वा जैमर कहा जाता है। इसके साथ ही यह मल्टी शॉट गन द्वारा सपोर्टेड हैं। एक्वा जैमर की क्षमता 4,900 मीटर की ऊंचाई तक होती है। ये जैमर दुश्मन के ड्रोन को फ्रीज करने से पहले उसके ऑपरेटर के साथ उसकी कनेक्टिविटी को तोड़ देता हैं। वही बाद की कार्रवाई के लिए इसे नीचे लाने के लिए मल्टी वेपन प्लेटफॉर्म पर लगे मल्टी शॉट गन द्वारा दूसरे एक्शन लिए जाते हैं। बता दे कि कई जवान इन दो मशीनों को चलाते हैं।”
पांच किमी की रेंज तक ड्रोन पकड़ सकेगा जैमर
एक्वा जैमर लगभग 5 किमी की रेंज तक ड्रोन सिग्नल को कैच कर सकता है। मल्टी वेपन प्लेटफॉर्म के बारे में बताया गया है कि ”इस पर लगी तीन बंदूकें त्रिकोणीय प्रारूप में एक बार में नौ शॉट फायर करती हैं, जिससे दुश्मन के ड्रोन की आग से बचने की कोई गुंजाइश नहीं रहती है।” दोनों सिस्टम्स को LoC से करीब 400 मीटर पीछे तैनात किया गया है। यह निगरानी केंद्र कैमरों और थर्मल इमेजर्स से लैस हैं। साथ ही यह 24×7 काम करते हैं ताकि विरोधी द्वारा किसी भी शरारत का पता लगाया जा सके।
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मैं कानपुर से हूँ। अमर उजाला व दैनिक जागरण में पिछले 17 सालों से जुड़ा था । मैं दिल्ली, मेरठ और कानपुर में अखबार की टीम हैंडल कर चुका हूं। नोयडा अमर उजाला में ब्यूरो चीफ और मेरठ में अमर उजाला के कॉम्पेक्ट अखबार का एडिटोरियल हेड था। न्यूज़ कंपनी News Jangal Media Pvt. Ltd. चला रहा हूँ। 2019 से मैं Pebble में बतौर रेजिडेंट एडिटर, कानपुर भी काम कर चुका हूं।