मुरली विजय का आरोप, जो समर्थन और सहयोग सहवाग को मिला, वह मुझे किसी से नहीं मिला

News Jungal cricket desk : भारतीय टीम का हिस्सा रह चुके मुरली विजय ने टीम मैनेजमेंट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उनका आरोप है कि मैनेजमेंट की ओर से कभी भी उन्हें समर्थन नहीं मिला जिसकी वजह से वे मौकों से वंचित रह गए। उन्होंने कहा कि उनके साथ हुए बुरे बर्ताव से वे सदैव असंतुष्ट रहे। इसके अलावा उन्होंने भारतीय टीम के पूर्व स्टार खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग पर भी टिप्पणी की है।

जानें पूरा मामला-

विदेश में खेलने की इच्छा जता चुके भारतीय टीम के पूर्व ओपनर बल्लेबाज मुरली विजय का एक और बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने इस बार भारत के पूर्व विस्फोटक ओपनर वीरेंद्र सहवाग को लेकर तल्ख टिप्पणी की है। उन्होंने कहा है कि टीम मैनेजमेंट ने जो समर्थन सहवाग को दिया, वह अगर उन्हें मिल जाता तो वह काफी कुछ कर सकते थे। 38 वर्षीय विजय ने भारत के लिए पिछला मैच 2018 में खेला था, इस दौरान उनका प्रदर्शन ठीक नहीं था जिसके चलते उन्हें टीम से बाहर भी होना पड़ा था। विजय का आरोप है कि उन्हें घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन के बावजूद मौके नहीं दिये गए।

मुरली विजय ने अब तक 61 टेस्ट खेले हैं और उनमें 3982 रन बनाए हैं, जिसमें 12 शतक और 15 अर्धशतक शामिल हैं। 38 साल की उम्र में यह संभावना कम है कि वह फिर से भारतीय टीम का हिस्सा होंगे। ऐसे में मुरली विजय ने अफसोस जताया कि उन्हें अपने करियर के दौरान आजादी और समर्थन कभी नहीं मिला, जैसा सहवाग को मिला था।

दोनों की बैटिंग शैली अलग थी

टीम इंडिया को सभी फॉर्मेट में कई शानदार बल्लेबाज तो मिले, लेकिन वीरेंद्र सहवाग कुछ अलग अंदाज में ही बल्लेबाजी करते थे। भारत में सहवाग ने क्रिकेट खेलने के तरीके को ही बदल दिया। इससे उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता था कि गेंदबाज कौन है, वह किस लय में है, पिच कितनी मुश्किल है बल्लेबाजी के लिए, वह कौन सी टीम के खिलाफ खेल रहे हैं या फिर कौन से फॉर्मेट में खेल रहे हैं, वह शुरू से ही गेंदबाजों की पिटाई करके उन पर दबाव बनाए रखते थे। ब्रेंडन मैकुलम और क्रिस गेल जैसे खिलाड़ियों के बीच उन्होंने अपने लिए एक जगह बनाई। इसके अलावा उन्होंने भारत के लिए टेस्ट में कई तिहरे शतक भी लगाए। दूसरी तरफ मुरली विजय जैसे क्रिकेटर भी थे, बेहद ठोस और समान रूप से प्रभावी और दोनों ने विपरीत शैली के बावजूद भारतीय टीम के लिए शानदार खेल दिखाया। लेकिन मुरली विजय का कहना है कि वीरेंद्र सहवाग को अपनी जिंदगी में जो कुछ मिला, वह मुझे नहीं मिल पाया।

मुरली विजय ने स्पोर्टस्टार से कहा, ”ईमानदारी से कहूं तो मुझे वीरेंद्र सहवाग जैसी आजादी नहीं मिली। सहवाग को अपनी जिंदगी में जो कुछ भी मिला, मुझे नहीं मिल पाया। अगर मुझे उस तरह का समर्थन और मौके मिलते तो मैं भी कोशिश कर सकता था। यह टीम का सपोर्ट का है कि आप इंटरनेशनल लेवल पर किस तरह योगदान दे सकते हैं। यह एक हाई लेवल कॉम्पीटिशन और आपके पास अलग-अलग तरीकों से प्रयोग करने के अधिक अवसर नहीं हैं। आपको लगातार बने रहना होगा इसलिए आपके पास एक पैकेज के रूप में सब कुछ होना चाहिए और आप टीम की मांग के अनुसार खुद को कैसे ढालेंगे। जब सहवाग वहां थे, तो मुझे लगा कि अपनी सहज प्रवृत्ति को नियंत्रित करना और खेलना कठिन है, लेकिन उन्हें इस तरह की आजादी से खेलते हुए देखना बहुत शानदार था।”

Also read : अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम ने की दूसरी शादी, पाकिस्‍तान में बदला ठिकाना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *