5 महीने पहले सदर कोतवाली पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक युवक को बिना कागज के बाइक चलाते हुए पकड़ा था. उस समय युवक की बाइक को पुलिस ने सीज कर दिया था. 5 महीने बाद युवक सारे कागज पूरे करके कोर्ट से अपनी गाड़ी का रिलीज आर्डर लेकर कोतवाली पहुंचा तो गाड़ी को देखकर उसके होश उड़ गए. जब उसकी बाइक सीज की गई थी तब गाड़ी का कलर काला था. 5 महीने बाद जब गाड़ी रिलीज कराने युवक पहुंचा तो उसकी बाइक का कलर नीला हो चुका था ।
न्यूज जंगल उत्तर प्रदेश डेस्क :- यूपी के लखीमपुर खीरी में पुलिस का एक अलग ही कारनामा सामने आया है. जहां पर 5 महीने पहले बिना कागज के एक बाइक को सीज कर पुलिस थाने लाई थी. लेकिन जब युवक कोर्ट से सारे कागजात लेकर गाड़ी छुड़वाने गया तो उसकी बाइक काले से नीले रंग की हो गई थी और कई पार्ट्स भी गायब थे । यह देखकर युवक भौचक्का रह गया और युवक ने पुलिस पर कई अन्य गंभीर आरोप भी लगाए हैं ।
आप को बता दे कि 5 महीने पहले सदर कोतवाली पुलिस ने वाहन चेकिंग के दौरान एक युवक को बिना कागज के बाइक चलाते हुए पकड़ा था और उस समय युवक की बाइक को पुलिस ने सीज कर दिया था । पांच महीने बाद युवक सारे कागज पूरे करके कोर्ट से अपनी गाड़ी का रिलीज आर्डर लेकर कोतवाली पहुंचा था तो गाड़ी को देखकर उसके होश उड़ गए थे जब उसकी बाइक सीज करी गई थी । तब गाड़ी का कलर काला था । पांच महीने बाद जब गाड़ी रिलीज कराने युवक पहुंचा तो उसकी बाइक का कलर नीला हो चुका था ।
युवक ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सिर्फ गाड़ी का रंग ही नहीं बदला है, बल्कि कई पार्टस भी गायब है उसके कोतवाली पुलिस का यह कारनामा इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है और उधर मामले का खुलासा होने के बाद से सदर कोतवाली पुलिस के हाथ पांव फूले हुए हैं ।
ये है पूरा मामला
दरअसल, शहर के मोहल्ला राजगढ़ निवासी दीपक राज की काले रंग की हीरो स्प्लेंडर बाइक को सदर कोतवाली पुलिस ने चोरी की बताकर सीज कर दिया था और इस आरोप में उसे 10 जुलाई 22 को जेल भेज दिया था. जेल से छूटने के बाद दीपक ने कोर्ट से बाइक रिलीज़ करने की अपील करी थी जिस पर कोर्ट ने सदर कोतवाली पुलिस को बाइक रिलीज़ करने का आदेश दिया है । मंगलवार को जब दीपक बाइक लेने सदर कोतवाली पहुंचा तो उसे बताया गया कि बाइक महेवागंज चौकी पर खड़ी है. जब वह चौकी महेवागंज गया तो उसकी बाइक नहीं थी ।
घंटों हुआ हंगामा
जिसके बाद पुलिस ने दीपक को नीले कलर की हीरो हौंडा स्पलेंडर बाइक देने की कोशिश की, लेकिन उसने यह कहते हुए मना कर दिया कि यह उसकी बाइक नहीं है । और उसकी बाइक काले रंग की थी. इसके बाद दीपक फिर से सदर कोतवाली पहुंचा और पूरी जानकारी वहां दिया । जिसके बाद वहां घंटों हंगामा होता रहा. दीपक का कहना है कि बाइक में टंकी नीले रंग की है. कई पार्ट्स बदल दिए गए हैं, उसकी जगह खराब पार्ट्स लगाए गए हैं ।
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