Kanpur Violence: जिंदा जलीं मां-बेटी, शिवपाल बोले- अतिक्रमण हटाने व बुलडोजर के जोश में होश क्यों खो रहा प्रशासन

कानपुर देहात में हुए मां-बेटी की झोपड़ी में जलकर मौत मामले में वीडियो वायरल हुआ है ।हाय दैया, मम्मी हमारी जलिके खतम होई गई… दिल चीर देगा कानपुर अग्निकांड

News Jungal desk : उत्तर प्रदेश के रूरा थाना इलाके के मडौली गांव में जो कुछ हुआ है । और उसके वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान मां-बेटी ने खुद को झोपड़ी में कैद कर लिया था । कुछ समय बाद उसमें आग लग गई थी । दोनों जिंदा जलकर मर गए। प्रशासन की टीम की ओर से सरकारी जमीन पर बने अवैध निर्माण को हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। और प्रशासनिक टीम बुलडोजर के साथ गांव में पहुंची थी। और महिला प्रमिला दीक्षित, बेटी नेहा दीक्षित और परिजनों ने पहले प्रशासनिक कार्रवाई का विरोध किया। इसके बाद बुलडोजर को रोकने के लिए झोपड़ी में बंद कर लिया था । स्थानीय लोगों का दावा है कि मां-बेटी के झोपड़ी में रहने के दौरान बुलडोजर चला दिया गया था । झोपड़ी गिरते ही आग लग गई थी । वहीं, प्रशासन का दावा है कि झोपड़ी में आग महिला ने खुद लगाई। मामला जो हो, दो जान जिंदा जलकर चली गई।

झोपड़ी में आग लगी और देखते ही देखते दो जिंदगियां जलकर खाक हो गई। इसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। सोशल मीडिया पर आग लगने के बाद का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें एक महिला चीत्कार करती सुनाई देती है। वीडियो को मृतक महिला के बेटे के शूट किए जाने की बात कही जा रही है। और इसमें मोबाइल फोन पर किसी अन्य संबंधी से बात करती महिला झोपड़ी में जिंदा जली दो लाशों को देखते हुए कहती है, ‘हाय दैया… मम्मी हमारी, खुद की जलिके खतम होई गई। मम्मी जल गई।’ मम्मी जी-मम्मी जी कहती वह महिला चीत्कार करती दिखती हैं। आसपास खड़ी अन्य महिलाएं इस वीभत्स दृश्य को देखते हुए दैय्या रे कहती सुनाई देती हैं।

महिला कहती सुनाई देती है कि आगि लगा दीहिन। इस दौरान महिला के पति एक चारपाई पर बैठे दिखते हैं। और उनका चेहरा भी झुलसा दिखता है। हर कोई उन्हें सांत्वना देता दिखाई देता है। वहीं, एक अन्य वीडियो में एक लड़का कहती सुनाई देती है, ‘भैया देखो, मेरी मम्मी जल रही हैं। ये सब गाड़ी छोड़कर भी चले गए हैं।’ और परिवारजनों की ओर से आग लगाए जाने के दौरान महिला और लड़की को रोकने की कोई बात सामने नहीं आई है। और वहीं, इस दौरान प्रशासनिक टीम की ओर से आग बुझाए जाने को लेकर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने का भी मामला उठ रहा है। और झोपड़ी में पोलोथीन शीट लगे होने के कारण तेजी से आग फैली और देखते ही दोनों जल गए थे ।

आग लगने की घटना के बाद ग्रामीण बड़ी संख्या में घटनास्थल पर पहुंचे थे । और इस दौरान वहां पर बनाए शिव मंदिर को भी तोड़े जाने की तस्वीर भी सामने आई है। इसको लेकर लोग कहते सुनाई देते हैं कि देखो, मंदिर को भी नहीं छोड़ा इन लोगों ने। मां और बेटी की जिंदा जलकर मौत के मामले में ग्रामीणों ने जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। मौके पर मौजूद अधिकारी ग्रामीणों के आक्रोश का निशाना बने। मौत का बुलडोजर पहुंचने के मामले में अब प्रशासन की ओर से जांच किए जाने की बात कही जा रही है।

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