Indian Economy: पहले ब्रिटेन अब जापान और जर्मनी की बारी, 2030 तक दुनिया की तीसरी आर्थिक शक्ति बनने को तैयार भारत

Global Economic कमजोर के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। इसी बीच इकोनॉमी के मोर्चे पर एक और अच्छी खबर सामने आई है। International rating agency S&P Global and Morgan Stanley ने कहा कि….

Business Desk: Global Economy कमजोर के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है। इसी बीच इकोनॉमी के मोर्चे पर एक और अच्छी खबर सामने आई है। International rating agency S&P Global and Morgan Stanley ने कहा कि जापान और जर्मनी को पछाड़कर अब भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने वाली है। भारत इस लक्ष्य को साल 2030 तक हासिल कर सकता है। S&P का पूर्वानुमान इस उम्मीद पर आधारित है कि भारत की Annual Gross Domestic Product (GDP) वृद्धि 2030 तक औसतन 6.3 % रहेगी।

जहा एक ओर दुनिया में बढ़ती महंगाई और ब्याज दरों में वृद्धि के कारण कई देशों की अर्थव्यवस्था चौपट हो रही है वही दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसियों ने यह अनुमान जताया है साल 2030 भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकती है। इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसियों का मानना है कि ग्लोबल इकोनॉमी में 2030 तक इंडिया आर्थिक शक्ति के रूप में तीसरा पायदान हासिल कर लेगा।

आर्थिक उपलब्धि पर पीएम मोदी जता चुके हैं गर्व
बता दे कि भारत इससे पहले ब्रिटेन को पछाड़कर दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। वही पीएम मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण कह चुके हैं कि यह असाधारण उपलब्धि है। इसपर पीएम मोदी ने कहा था कि ‘भारत दुनिया की 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गई है, यह साधारण उपलब्धि नहीं है। हमें इस उत्साह को बनाए रखने की जरूरत है’।

इसके अलावा फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण के अनुसार, IMF के अनुमानों की बात करे तो ब्रिटेन को पीछे छोड़कर भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बन गई है। अब केवल अमेरिका, चीन, जापान और जर्मनी ही भारत से आगे हैं। वही केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि एक दशक में भारत का दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था से 5वीं सबसे बड़ी इकोनॉमी बनना कोई सामान्य उपलब्धि नहीं है और देश के लोगों को इसका श्रेय लेना चाहिए।

दुनिया के दिग्गजों को भारत पर भरोसा
आपको बता दें कि कई इंटरनेशनल रेटिंग एजेंसी और अर्थशास्त्री भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर कई सकारात्मक नजरिया रख चुके हैं। उन सभी ने एक स्वर में कहा कि भारत में जारी आर्थिक सुधारों से निवेश बढ़ेगा और इसका सीधा प्रभाव इकोनॉमी पर दिखाई देगा। जानकारों की माने तो मुश्किल वैश्विक दौर में भी भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ेगी।

शुक्रवार को सरकार ने चालू वित्‍तवर्ष के दूसरी तिमाही के विकास दर के आंकड़े जारी किए थे। जुलाई-सितंबर तिमाही में भारतीय अर्थव्‍यवस्‍था की विकास दर 6.3 % रहा। वही राष्‍ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, दूसरी तिमाही में विकास दर के आंकड़े पहली तिमाही से कम हैं, लेकिन इसे संतोषजनक माना जा रहा है।

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