अपने समय के सबसे उम्दा सिंगर्स में से एक Udit Narayan जिनके सदाबहार हिट्स को लोग आज भी पसंद करते है। उनकी आवाज हर किसी के दिन को छू जाती है। यहाँ तक कि आज के यंगस्टर्स भी उनके गाने कोकाफी पसंद करते हैं। उन्होंने…..
Entertainment Dersk: अपने समय के सबसे उम्दा सिंगर्स में से एक Udit Narayan जिनके सदाबहार हिट्स को लोग आज भी पसंद करते है। उनकी आवाज हर किसी के दिन को छू जाती है। यहाँ तक कि आज के यंगस्टर्स भी उनके गाने कोकाफी पसंद करते हैं। उन्होंने भले ही अब गाने गाना छोड़ दिया हो लेकिन वो अक्सर रियलिटी शोज में नजर आते है और कंटेस्टेंट्स को उत्साह से भर देते हैं। वही हाल ही में वह अपने परिवार के साथ The Kapil Sharma Show में देखे, जहां उन्होंने अपनी पत्नी से जुड़ी एक कहानी बताई। उन्होंने शो पर अपनी पत्नी दीपा नारायण से पहली मुलाकात और संघर्ष भरे शुरुआती दिनों को याद किया।
पत्नी से उदित नारायण की पहली मुलाकात
शो पर उदित नारायण ने कहा कि ‘मैं दीपा से एक क्षेत्रीय Music Director के घर पर मिला था, जहां मैं रिहर्सल कर रहा था। यह बात 1979 के आसपास की है। तब उन्होंने मेरी आवाज सुनी और म्यूजिक डायरेक्टर के पास यह कहने के लिए गईं कि अगर उदित गाना गाते हैं, तो वह इसमें अपना पैसा लगाएंगी। उस समय वह एक एल्बम बना रही थीं और वहीं से हमारी कहानी शुरुआत हुई।’
शादी से पहले इस हद तक दिया साथ
सिंगर ने आगे कहा कि ‘उन दिनो मैं एक कमरे में 7-8 लड़कों के साथ एक पेइंग गेस्ट के तौर पर रह रहा था। इसी वजह से दीपा ने मुझे अपनी बिल्डिंग में एक कमरा देने की पेशकश की, लेकिन मैंने इससे इनकार कर दिया, क्योंकि मुझे इस बात का डर था कि मैं बहुत लापरवाह और आरामदायक हो सकता हूं। लेकिन वो हमेशा मेरे साथ खड़ी रहीं और मुझ पर विश्वास करते हुए कहा कि एक दिन मैं कुछ बड़ा करूंगा। उन्होंने यहां तक कहे दिया कि अगर मैं सफल नहीं होता, तो भी उन्होंने मन बना लिया है कि मैं उनका पति हूं।’
हर कदम पर खड़ी थीं…
आगे उन्होंने इंडस्ट्री में अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बात कि। उन्होंने बताया कि कैसे एक किसान का बेटा होने के नाते उनके लिए अपने जुनून को फॉलो करना आसान नहीं था क्योंकि उनके पिता उन्हें डॉक्टर या इंजीनियर बनाना चाहते थे। उन्होंने कहा कि ‘मेरे पिता एक किसान थे और हम बहुत कठिन समय से गुजर रहे थे। मैं शुरू से ही सिंगिंग में इंट्रेस्टेड था। मेरे पिता हमेशा कहते थे कि मुझे इन राम लीलाओं में इतनी कोशिशों से बचना चाहिए और डॉक्टर या इंजीनियर बनकर अच्छा पैसा कमाकर उनका नाम रौशन करना चाहिए। तो, मैं अपनी मां के पास गया, जो अभी 106 साल की हैं और वह वास्तव में अच्छा गाती हैं। मैंने उन्हें बताया कि मेरे पिता क्या सोचते हैं।’
मां ने हमेशा दिया साथ
इसके बाद अपनी माँ को याद करते हुए कहा कि ‘वह हमारे बैकग्राउंड को देखते हुए मेरे पिता के सुझाव से सहमत थी, लेकिन कहीं न कहीं उन्हें मेरी गायकी पर विश्वास था, इसलिए उन्होंने मुझे एक सिंगर बनने के लिए प्रेरित किया। साथ ही मुझे पढ़ाई करने के लिए भी कहा। मेरे माता-पिता दोनों ने ही मुझे पढ़ाई करने के लिए कहा और मुझे खुशी है कि उन्होंने ऐसा किया। मैं एक छोटे से शहर से मुंबई से था और मैंने कभी हार नहीं मानी, मैंने संघर्ष किया, कड़ी मेहनत की और उसी के कारण आज मैं यहां हूं।’
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मैं कानपुर से हूँ। अमर उजाला व दैनिक जागरण में पिछले 17 सालों से जुड़ा था । मैं दिल्ली, मेरठ और कानपुर में अखबार की टीम हैंडल कर चुका हूं। नोयडा अमर उजाला में ब्यूरो चीफ और मेरठ में अमर उजाला के कॉम्पेक्ट अखबार का एडिटोरियल हेड था। न्यूज़ कंपनी News Jangal Media Pvt. Ltd. चला रहा हूँ। 2019 से मैं Pebble में बतौर रेजिडेंट एडिटर, कानपुर भी काम कर चुका हूं।