WHO की Omicron को लेकर चेतावनी, आम सर्दी खांसी समझने की ना करें गलती

WHO ने कहा- सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. Omicronकी बढ़ती दर विपरीत प्रभाव डाल सकती है. ओमिक्रोन डेल्टा वेरिएंट से थोड़ा कम घातक है, लेकिन यह मौत का कारण बन सकता है.

न्यूज़ जंगल डेस्क, कानपुर : भारत समेत दुनिया के कई देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए मामले रिकोर्ड तोड़ रहे हैं. कोरोना के सबसे खतरनाक वेरिएंट ओमिक्रोन (Omicron) ने भी कई देशों की चिंता बढ़ा दी है. ओमिक्रोन वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए कई देशों ने प्रतिबंध भी लगाने शुरू कर दिए हैं. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमिक्रोन को लेकर नई चेतावनी जारी की है. WHO ने कहा है कि ओमिक्रोन वेरिएंट के बीच सर्दी खांसी को आम बीमारी समझने की गलती ना करें. ओमिक्रोन से पूरा मेडिकल सिस्टम पस्त हो सकता है.

मौत का कारण बन सकता है ओमिक्रोन वेरिएंट

डब्ल्यूएचओ के वरिष्ठ आपात अधिकारी कैथरीन स्मॉलवुड ने कहा है, ”अब सावधानी बरतना बेहद जरूरी है. ओमिक्रोन संक्रमण की बढ़ती दर विपरीत प्रभाव डाल सकती है. ओमिक्रोन डेल्टा वेरिएंट से थोड़ा कम घातक है, लेकिन यह मौत का कारण बन सकता है.” उन्होंने कहा, ”हम बहुत खतरनाक चरण में हैं. हम पश्चिमी यूरोप में संक्रमण दर में काफी बढ़ोतरी देख रहे हैं और इसका पूरा प्रभाव अभी तक स्पष्ट नहीं है.”

संक्रमण के मामलों की आ सकती है ‘सुनामी’

इससे पहले WHO के महानिदेशक टेड्रस अधनम घेब्रेयेसस ने कहा था, ‘‘मुझे इस बात की बहुत चिंता है कि डेल्टा के प्रकोप के दौरान ही ओमिक्रोन का ज्यादा संक्रामक होना मामलों की सुनामी लाने की आशंका दर्शाता है. नए वेरिएंट ओमिक्रोन से संबंधित जोखिम बहुत ज्यादा बना हुआ है.’’

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100 देशों में फैल चुका है ओमिक्रोन

बता दें कि कई देश फिलहाल कोरोना ओमिक्रोन वेरिएंट के मामले में आए उछाल से त्रस्त हैं. इस स्वरूप की पहचान दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना में पिछले साल नवम्बर में की गई थी. उसके बाद से ओमिक्रोन 100 देशों में फैल चुका है. भारत में अब तक 23 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ओमीक्रोन संक्रमण के कुल 1892 मामले सामने आए हैं.

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