‘यह एक अवसर है और जरूरत भी’, तुर्की में होने वाले बातचीत पर बोले राष्ट्रपति जेलेंस्की

रूस के सैन्य जनरल स्टॉफ के उप प्रमुख ने बीते शुक्रवार जानकारी दी कि इस जंग नें अब तक 1,351 रूसी सैनिक मारे गए हैं.

कानपुर न्यूज जंगल डेस्क : पिछले एक महीने से रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है. आज युद्ध का 33वां दिन है लेकिन दोनों में से कोई देश अब भी पीछे हटने को तैयार नहीं है. इस जंग के दौरान रूस ने यूक्रेन के कई शहरों को तबाह कर दिया है. हजारों लोग मारे जा चुके हैं जबकि लाखों लोग यूक्रेन छोड़ अन्य देशों में शरणार्थी की तरफ रह रहे हैं. 

वहीं दूसरी तरफ इस युद्ध ने दुनिया भर के राजनेताओं की चिंता बढ़ा दी है. कई पश्चिमी देश रूस पर तमाम प्रतिबंध लगा चुके हैं, लेकिन हासिल कुछ नहीं हुआ. इस दौरान दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई, लेकिन इस बातचीत से कोई हल सामने नहीं आया. 

होने वाले वार्ता पर बोले जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति व्लोदीमिर जेलेंस्की ने कहा कि तुर्की में रूस के साथ इस सप्ताह होने जा रही बातचीत में प्राथमिकता ‘यूक्रेन की संप्रभुता और भूभागीय अखंडता’ पर केंद्रित होगी. जेलेंस्की ने कहा ‘हम बिना किसी देरी के, शांति चाहते हैं. उन्होंने कहा कि तुर्की में आमने-सामने होने जा रही बातचीत एक मौका है और जरूरत भी. यह बुरा नहीं है. आइए, देखें कि परिणाम क्या मिलते हैं.’

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जेलेंस्की बोले- कायर हैं पश्चिम देश

रूस यूक्रेन जंग के 33 दिन बाद लग रहा है जैसे यूक्रेन के राष्ट्रपति का हैसला कमजोर पर गया है. उन्होंने पश्चिम पर कायरता का आरोप लगाया. जेलेंस्की ने कहा कि रूस उत्तर और दक्षिण कोरिया की तरह राष्ट्र को दो भागों में विभाजित करने की कोशिश कर रहा है. और इन सब से उनका देश अकेले जूझ रहा है.

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