उत्तर भारत में आसमान से बरस रही आफत, अब तक 60 लोगों की मौत, सैकड़ों प्रभावित

सात राज्यों के 56 लोगों में से अकेले उत्तर प्रदेश के 34 लोग मारे गए हैं। इनमें से दस मौतें पिछले 24 घंटों में हुईं हैं।

News Jungal Desk :उत्तर भारत के करीब सात राज्यों में मानसून की बारिश कहर ढाह रही है। और जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में लगातार हो रही बारिश से मैदानी इलाकों वाले पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली जैसे राज्यों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। एक रिपोर्ट के अनुसार, मानसून की बारिश से अभी तक करीब 60 लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के सीएम ने भी लोगों ने अपील की है।

इन राज्यों में इतनी मौत

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो मानसून से अभी तक उत्तर प्रदेश में 34, हिमाचल प्रदेश में 7, उत्तराखंड में 6, जम्मू-कश्मीर में 4, पंजाब में 3, राजस्थान और दिल्ली में 1-1 की मौत हुई है। और इतना ही नहीं इस राज्यों के लिए मौसम विभाग आगे भी इन राज्यों के लिए अलर्ट जारी किया है। बता दें कि आकाशीय बिजली गिरने के कारण भी कई मौतें हुई हैं।

घरों में सुरक्षित रहें लोगः सीएम सुक्खू

हिमाचल प्रदेश में पिछले करीब चार दिनों से बारिश का दौर जारी है। कुल्लू, मनाली, मंडी समेत कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। बरसाती नदियों समेत प्रमुख नदियां उफान पर हैं। राज्य के हालातों को देखते हुए प्रदेश सरकार ने सभी मंत्रियों और अधिकारियों को अलर्ट किया है। सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने लोगों से अपील की है कि लोग अपने घरों में सुरक्षित रहें। जरूरी न हो घरों से बिल्कुल न निकलें।

जरूरी न हो तो यात्रा पर न जाएंः सीएम धामी

उत्तराखंड में भी बारिश का कहर जारी है। गंगा, यमुना, भागीरथी समेत सभी नदियां खतरे के निशान को पार करती हुई बह रही हैं। ऋषिकेश, हरिद्वार समेत उत्तराखंड के कई जिलों में जल स्तर विकराल हो गया है। और ऐसे में सीएम पुष्कर सिंह धामी राज्य के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद सीएम धामी ने लोगों से अपील की है कि बाहरी राज्य के तीर्थयात्री जरूरी न हो तो पहाड़ों की यात्रा न करें। उन्होंने कहा है कि राज्य में मौसम विभाग की ओर से 13 जुलाई तक के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है।

उधर, पहाड़ों पर बारिश और हरियाणा में हथिनी कुंड बांध से यमुना में पानी छोड़ा गया है। केंद्र जल आयोग आयोग की ओर से रविवार को दिल्ली के लिए चेतावनी जारी की गई थी। आयोग ने कहा था कि दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है। आशंका है कि मंगलवार (कल) तक यमुना खतरे के निशान को पार कर देगी। रिपोर्ट में कहा गया था कि दिल्ली के डूब क्षेत्र में करीब 37 हजार लोग रहते हैं। सभी को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जाए।

अलर्ट रहें अधिकारी और राहत टीमेंः सीएम योगी

उत्तर प्रदेश में बारिश और बाढ़ का सबसे ज्यादा कहर देखने को मिल रहा है। सात राज्यों के 56 लोगों में से अकेले उत्तर प्रदेश के 34 लोग मरे हैं। इनमें से दस मौतें पिछले 24 घंटों में हुईं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 34 में से 17 की बिजली गिरने से, 12 डूबने से और पांच की भारी बारिश के कारण आई बाढ़ और भूस्खलन से मौत हो गई। राज्य के हालातों को देखते हुए सीएम योगी ने राहत आयुक्त समेत प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की है।

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