Pankaj Tripathi उन बॉलीवुड एक्टर्स में से एक है जिन्होंने आज भी अपनी गांव मिट्टी को नहीं छोड़ा। उन्हें आज भी अपने गांव से उतना ही लगाव है।
न्यूज जंगल डेस्क: Pankaj Tripathi उन बॉलीवुड एक्टर्स में से एक है जिन्होंने आज भी अपनी गांव मिट्टी को नहीं छोड़ा। उन्हें आज भी अपने गांव से उतना ही लगाव है। इसलिए वह आज भी अपने बिजी लाइफ से समय निकालकर अपने गांव अक्सर जाया करते हैं। पंकज एक बार पहिए अपने गांव गोपालगंज पहुंचे हैं, लेकिन इस बार वह गांव केवल घूमने ही नहीं बल्कि कुछ खास करने गए है।
आपको बता दे की पंकज अक्सर अपने गांव जाते हैं। कभी मॉनसून की बारिश का मजा लेने तो कभी लिट्टी चोखा का लुत्फ उठाने के लिए, लेकिन इस बार वह पर्यावरण के प्रति सजगता का अभियान लेकर गांव पहुंचे हैं। जिसका शुरुआत उन्होंने अपने गांव से की है।
पंकज त्रिपाठी ने इस अभियान पर बात करते हुए कहा की ‘ये बहुत पुरानी योजना थी, सोचे थे कि कभी वृक्षारोपण हो क्योंकि जहां हम खड़े हैं यहां से एक किलोमीटर तक कोई पौधा नहीं है, हरियाली नहीं है। इसलिए पर्यावरण के प्रति लोगों में सजगता आए कि पेड़ लगाना क्यों जरूरी है। यहाँ काफी सारे ग्रामीण इकट्ठे हैं और जिला प्रशासन का सहयोग है, अधिकारी भी मौजूद हैं। अभी 500 पौधे का टारगेट है, ताकि लोगों में हरियाली को लेकर जागरुकता आए।’
वही पंकज भाई विजेंद्र तिवारी ने बताया कि वृक्षारोपण ट्रस्ट की ओर से किया जायेगा। यह ट्रस्ट उनके पिता बनारस तिवारी और मां हेमवती देवी के नाम से बनाया गया है। इसके अलावा पेड़ों की निगरानी के लिए फाउंडेशन की ओर से बनपाल रखे गए हैं, जो 5 बर्षो तक पेड़ों की देखरेख करेंगे। आगे वह कहते है कि उनके पूवर्ज जो हरियाली दे गए थे वो आज नष्ट हो रहा है। अब उनकी अगली पीढ़ी स्वस्थ्य व निरोग रहे, इसलिए पेड़ों का होना बहुत जरूरी है।
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मैं कानपुर से हूँ। अमर उजाला व दैनिक जागरण में पिछले 17 सालों से जुड़ा था । मैं दिल्ली, मेरठ और कानपुर में अखबार की टीम हैंडल कर चुका हूं। नोयडा अमर उजाला में ब्यूरो चीफ और मेरठ में अमर उजाला के कॉम्पेक्ट अखबार का एडिटोरियल हेड था। न्यूज़ कंपनी News Jangal Media Pvt. Ltd. चला रहा हूँ। 2019 से मैं Pebble में बतौर रेजिडेंट एडिटर, कानपुर भी काम कर चुका हूं।