UP में 8 जगहों पर NIA के छापेमारी, BHU की छात्रा के यहां भी दबिश, खंगाले जा रहे नक्‍सलियों के कनेक्‍शन

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)  सीपीआई मामले में उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया जिलों में 8 स्थानों पर तलाशी कर रही है.

News jungal desk :राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) सीपीआई टेरर फंडिंग मामले में बड़ी कार्रवाई कर रही है । और उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, वाराणसी, चंदौली, आजमगढ़ और देवरिया जिलों में 8 स्थानों पर तलाशी करी जा रही है ।  सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश में नक्सल गतिविधियों से संबंधित एक मामले में आगे की तफ्तीश के लिए एनआईए की टीम पहुंची है । चन्दौली में भी जांच टीम की बड़ी कार्रवाई चल रही है । बताया जा रहा है कि भगत सिंह छात्र मोर्चा की सदस्य और बीएचयु कि छात्रा आकांक्षा आज़ाद से भी पूछताछ करी जा रही है ।

सूत्रों के मुताबित भगत सिंह छात्र मोर्चा की सदस्य और बीएचयु कि छात्रा आकांक्षा से भी पूछताछ हो रही है । और  दिल्ली से आई टीम सुबह से महामना स्थित छात्रा के आवास पर जांच कर रही है । और देवरिया के उमा नगर कस्बे में एनआईए ने छापेमारी की है । जांच टीम ने जनवादी क्रांति दल के राष्ट्रीय महासचिव हैं डॉ.रामनाथ चौहान के घर दबिश दी. डॉ. चौहान घोषी उपचुनाव में सपा का प्रचार कर रहे थे । टीम सुबह 5 बजे उनके घर पहुंची, लेकिन उस वक्त वे घर पर मौजूद नहीं थे ।  डॉ.रामनाथ बीएसपी से भी जुड़े रहे हैं. फिलहाल घर में मौजूद परिवार के दूसरे लोगों से पूछताछ की जा रही है ।

जांच एजेंसी की बड़ी कार्रवाई

केन्द्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा  एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए मंगलवार को उत्तर प्रदेश के कई लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया है । दरअसल ये मामला नक्सल गतिविधियों (revival of NRB of CPI (Maoist) case ) से संबंधित मामलों से जुड़ा हुआ है . लिहाजा इस मामले में (Registered by Lucknow branch in Jan 2023 ) जांच एजेंसी के तफ्तीशकर्ताओं के द्वारा 8 लोकेशन पर सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया. जांच एजेंसी ने मंगलवार सुबह 6 बजे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज , चंदौली , देवरिया , वाराणसी , आजमगढ़  में कई आरोपियों के खिलाफ सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया ।

पिछले साल 2022 में जांच एजेंसी एनआईए को कुछ महत्वपूर्ण इनपुट्स मिले थे । और उस वक्त जांच एजेंसी को ये जानकारी मिली थी की उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में नक्सल गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए कुछ संदिग्ध लोगों के द्वारा कई कार्यक्रम और युवाओं को भड़काने जैसी गतिविधियां चल रही है । और लिहाजा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए एनआईए के द्वारा शुरुआती तौर पर कुछ इनपुट्स इकट्ठा किया गया, जिसके आधार पर  एनआईए ने इसी साल 2013 में जनवरी महीने में एनआईए के लखनऊ जोन में  एक एफआईआर (NIA Case no. RC- 01/2023/NIA/LKW ) दर्ज किया. इस मामले को दर्ज करने के बाद लखनऊ ब्रांच की टीम ने नक्सल गतिविधियों को अंजाम देने वाले आरोपियों का वाराणसी , आजमगढ़ , चंदौली , प्रयागराज इत्यादि कई लोकेशन से जुड़ा कनेक्शन सामने आया , जिसके बाद मंगलवार पांच सितंबर को सर्च ऑपरेशन को अंजाम दिया गया .एनआईए के सूत्र के मुताबिक इस मामले में की गई सर्च ऑपरेशन के दौरान कई महत्वपूर्ण सबूतों को इकट्ठा किया गया .जल्द ही उसके बारे में औपचारिक तौर पर जांच एजेंसी द्वारा खुलासा भी किया जाएगा ।

Read also : रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने भारत नहीं आने का फ़ैसला क्यों किया कहीं यह डर तो नहीं है बड़ी वजह!

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *