न्यूज़ जंगल : मोदी सरकार देश में स्वच्छता के लिए स्वच्छता अभियान और साफ-सफाई की जागरूकता के लिए अधिकारियों से लेकर नेताओं तक लोगों में जागरूकता के लिए लगातार अभियान चला रही है तो वही कानपुर में इस इलाके की तस्वीर और यहां के लोगों की बातें इस अभियान पर पलीता लगा रही हैं अब इसमें गलती उन जनप्रतिनिधियों की है या सरकार में विभागों में तैनात अधिकारियों की है ,पेश है कानपुर से एक रिपोर्ट
शहर के बीचोबीच बसे वार्ड नंबर एक लक्ष्मी पुरवा इलाके में शायद झांकने तक नहीं गए हैं इस इलाके में लक्ष्मी पुरवा खलवा कहे जाने वाले बस्ती में तकरीबन 500 परिवार जो कि गरीब तबके के हैं लेकिन उनके गलियों और घरों के जो हालात हैं वह देखते ही बयां हो जाते हैं
गलियों में बज-बजाती नालियां और जरा सी बरसात में घरों में भरता पानी उन्हें कई सालों से परेशान कर रहा है यहां के लोग आए दिन बीमार रहते हैं छोटे बच्चे इन बीमारियों का शिकार हो रहे हैं लेकिन इसकी सुध लेने वाला कोई नहीं क्षेत्रवासियों का कहना है कि कई बार यहां के समाजवादी पार्टी से विधायक अमिताभ बाजपेई या विभाग से जुड़े हुए अधिकारियों के पास शिकायत लेकर गए लेकिन कोई सुनने वाला नहीं
पिछले 4 सालों से यहां कोई भी सफाई कर्मी सफाई करने नहीं आता यहां के लोग खुद ही अपनी गलियों और नालियों को साफ करते हैं मौजूदा समय में भी यहां पर लोग बीमार हैं लेकिन सफाई अभियान का ढिंढोरा पीटने वाली यह सरकार और सरकारी तंत्र में शामिल उनके अधिकारी शायद इन हजारों लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ कर रहे हैं इलाकाई लोगों का कहना है कि नेता सिर्फ वोट लेने के समय इन गलियों में नजर आते हैं लेकिन जब हम उनके पास अपनी समस्या लेकर पहुंचते हैं तो कोई दिखाई नहीं देता ।
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