नवंबर में आर्थिक मोर्चे पर एक और राहत भरी खबर सामने आई है। महंगाई में नरमी से कंपनियों पर उत्पादन की लागत भी कम हुई है, जिससे मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तेजी आई है। गुरुवार को S&P Global ने आंकड़े जारी कर बताया कि नवंबर में…..
Business Desk: नवंबर में आर्थिक मोर्चे पर एक और राहत भरी खबर सामने आई है। महंगाई में नरमी से कंपनियों पर उत्पादन की लागत भी कम हुई है, जिससे मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में तेजी आई है। गुरुवार को S&P Global ने आंकड़े जारी कर बताया कि नवंबर में भारत की Manufacturing Purchasing Managers Index (PMI) बढ़कर 55.7 हो गया, जो अक्टूबर में 55.3 था। PMI में बढ़ोतरी का मतलब है कि कंपनियों के उत्पादन में तेजी आई है।
S&P Global ने बताया कि यह लगातार 17वां महीना रहा जबकि मैन्युफैक्चरिंग PMI 50 से ऊपर रहा है। वही S&P Global मार्केट की एसोसिएट डाइरेक्टर पॉलियाना डी लीमा ने कहा कि लागत में नरमी से उत्पादक कंपनियों ने अपना कारोबार बढ़ाना शुरू किया है। इसका फायदा घरेलू बाजार में आपूर्ति बढ़ाने के साथ निर्यात पर भी मिलेगा। बता दे कि सर्वे में शामिल कंपनियों ने अपने उत्पादों की मांग बढ़ने की उम्मीद जताई है, जिससे साल 2023 में भी उत्पादन और बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।
कंपनियों का सेंटिमेंट पॉजिटिव
सर्वे की की माने तो उत्पादक कंपनियों का पॉजिटिव सेंटिमेंट लेवल 8 साल में सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है। एक दिन पहले आए GDP आंकड़ों में बताया गया है कि दूसरी तिमाही में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र की विकास पिछले साल के मुकाबले 4.3 % कम है। इसके बाद मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने कहा था कि जुलाई-सितंबर में मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र का प्रदर्शन काफी खराब रहा है।
मई के बाद सबसे ज्यादा विदेशी ऑर्डर
इसके अलावा S&P Global ने बताया है कि कंपनियों को निर्यात के मोर्चे पर काफी राहत मिली है। मई के बाद नवंबर में विदेश से सबसे ज्यादा ऑर्डर आए हैं। त्योहार के सीजन में कंज्यूमर प्रोडक्ट की मांग बढ़ने से कंपनियों को नए ऑर्डर मिले हैं। साथी ही सर्वे में कहा गया है कि नवंबर में लागत में 9 महीने की सबसे बड़ी राहत मिली है। सर्वे में शामिल 92 % मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों ने कहा कि लागत में कमी का फायदा कंज्यूमरस को भी मिल रहा है।
रोजगार के मौके भी बढ़े
कंपनियों का उत्पादन बढ़ने से रोजगार के मोर्चे पर भी फायदा मिला है। नवंबर में रोजगार के नए मौके भी खुले है। यह लगातार 9वां महीना है जब मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में रोजगार बढ़ा है। वही अगर महंगाई के मोर्चे पर देखा जाए तो उत्पादन लागत में गिरावट आई है। नवंबर में इनपुट कॉस्ट बढ़ने की दर 28 महीने में सबसे कम है।
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मैं कानपुर से हूँ। अमर उजाला व दैनिक जागरण में पिछले 17 सालों से जुड़ा था । मैं दिल्ली, मेरठ और कानपुर में अखबार की टीम हैंडल कर चुका हूं। नोयडा अमर उजाला में ब्यूरो चीफ और मेरठ में अमर उजाला के कॉम्पेक्ट अखबार का एडिटोरियल हेड था। न्यूज़ कंपनी News Jangal Media Pvt. Ltd. चला रहा हूँ। 2019 से मैं Pebble में बतौर रेजिडेंट एडिटर, कानपुर भी काम कर चुका हूं।