माफिया राजन तिवारी ने पुलिस कर्मियों को धमकाया, केस दर्ज

0

न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : पुलिस ने माफिया और पूर्व विधायक राजन तिवारी के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज कर लिया है. रविवार देर रात कैंट पुलिस ने माफिया राजन तिवारी पर सरकारी काम में बाधा डालने और सिपाहियों को धमकी देने का एक केस दर्ज किया गया है. तहरीर में जिक्र है कि बीते गुरुवार को गिरफ्तारी के बाद कचहरी से जेल जाते वक्त बाहुबली राजन तिवारी ने पुलिस वालों को गाली दी थी. और इतना ही नहीं, पुलिस के विरोध करने पर राजन ने जेल से छूटकर आने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी. जबकि पुलिस की गाड़ी के पीछे चल रहे माफिया के समर्थकों ने सिपाहियों के रोकने पर उनसे धक्का-मुक्की भी कर ली थी. पूर्व विधायक राजन तिवारी के जेल जाने के बाद पुलिसकर्मियों ने इसकी शिकायत एसएसपी से करी है

आपको बता दे कि एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने इस मामले में तत्काल केस दर्ज करने के निर्देश दिया था. कैंट थाने में तैनात सिपाही जय प्रकाश यादव, शरद, सौरभ और सुजीत की तहरीर पर माफिया राजन तिवारी के खिलाफ सरकारी काम में बाधा डालने और सिपाहियों को धमकी देने का केस दर्ज किया गया है. थाना प्रभारी को दी गई तहरीर में पुलिसवालों ने लिखा है, “18 अगस्त की शाम को गगहा के सोहगौरा निवासी राजन तिवारी हाल मुकाम तारामंडल, खोराबार को न्यायालय में पेश करने के बाद वे लोग जिला कारागार ले जा रहे थे. इस दौरान कचहरी से निकलते ही राजन तिवारी उन लोगों को गाली देने शुरू कर दिया विरोध करने पर कहने लगा कि तुम लोग मुझे जेल ले जा रहे हो, निकलने के बाद किसी को छोडूंगा नहीं. सरकारी वाहन के आगे-पीछे माफिया राजन तिवारी के समर्थक भी चल रहे थे. विरोध करने पर हाथापाई करने पर उतारु हो गए. वे पुलिसकर्मियों को डराने के साथ ही सरकारी कार्य में बाधा बन रहे थे

बिहार के रक्सौल से किया गया गिरफ्तार
दरअसल राजन  तिवारी मोतिहारी के गोविंदगंज से विधायक रहा है. उसके खिलाफ बिहार और यूपी में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.यह अकेले गोरखपुर में उस पर 28 मुकदमे दर्ज हैं. वह कैंट थाने में दर्ज गैंगेस्टर के मुकदमे में वांछित था और करीब 60 NBW कोर्ट से जारी था. गोरखपुर पुलिस ने 20 हजार का इनाम भी घोषित किया था. बता दें 18 अगस्त को गोरखपुर पुलिस ने बिहार पुलिस की मदद से राजन तिवारी को रक्सौल के हरैया ओपी थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था.और वह नेपाल भागने की फिराक में था. इसके बाद पुलिस उसे गोरखपुर लाई और कोर्ट ने उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. हालांकि जेल जाने के 24 घंटे के अंदर ही राजन को गोरखपुर जेल से फतेहगढ़ जेल में शिफ्ट कर दिया गया.

पुलिस तोड़ रही बाहुबली का घमंड
फिलहाल, बाहुबली राजन तिवारी के खिलाफ पुलिस की सख्ती का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि न सिर्फ उसका घमंड, बल्कि उसकी दहशत भी खत्म कर रही है. पुलिस अब तक राजन तिवारी 50 से अधिक गाड़ियों के काफीला में वॉकी-टॉकी और असलहों से लैस प्राइवेट कमांडो के साथ चलते देखा जाता था. लेकिन गुरुवार को रक्सौल से गिरफ्तार कर गोरखपुर लाए जाने के दौरान ही उसके दहशत को खत्म करने का काम शुरू कर दिया गया. है दरअसल, पेशी से पहले छात्रसंघ तिराहे से करीब दो किलोमीटर राजन को पैदल चलाकर पुलिस ने सिर्फ राजन को ही उसकी औकात नहीं बताई, बल्कि आम पब्लिक में भी उसके खौफ को खत्म करने की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी.

यह भी पढ़े – बेतवा नदी में अचानक आई बाढ़, लकड़ी काटने गईं 3 महिलाएं टापू में फंसीं

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *