Lucknow Building Collapse: लखनऊ में रेक्स्यू पर आफत की बारिश, मलबे से निकाले गए 15 लोग

महिला अपने किचन में चाय बना रही थीं. तभी चट-चट की आवाजें आने लगी. 5 मिनट बाद ही पूरा अपार्टमेंट ढह गया. शाहजहां ने बताया कि वह मलबे में दबी हुईं थी. उनका आधा शरीर झूल रहा था. ऐसा लग रहा था जैसे कब्र में हों. पूरी रात उसी मलबे में मौत के आहट के बीच गुजारी. सुबह किसी ने उन्हें निकाला और अस्पताल पहुंचाया ।

न्यूज जंगल उत्तर प्रदेश डेस्क :- राजधानी लखनऊ के हजरतगंज के वजीरगंज हसन रोड स्थित अलाया अपार्टमेंट के मलबे से अब तक 15 लोगों को सकुशल बाहर निकाला गया है और बुधवार सुबह तीन महिलाओं को मलबे से बाहर निकाला गया है । और इनमे से एक शाहजहां अपार्टमेंट के चौथे मंजिल में अपने फ्लैट में मौजूद थी। और जब हादसा हुआ. शाहजहां सिविल अस्पताल में एडमिट हैं । और उन्होंने बताया कि सबकुछ इतना अचानक हुआ कि पता ही नहीं चल पाया ।

शाहजहां ने बताया कि वह अपने किचन में चाय बना रही थीं. तभी चट-चट की आवाजें आने लगी । और 5 मिनट बाद ही पूरा अपार्टमेंट ढह गया. शाहजहां ने बताया कि वह मलबे में दबी हुईं थी । और उनका आधा शरीर झूल रहा था. ऐसा लग रहा था जैसे कब्र में हों । और पूरी रात उसी मलबे में मौत के आहट के बीच गुजारी । और सुबह किसी ने उन्हें निकाला और अस्पताल पहुंचाया गया ।

मकान ढहने के दो घंटे बाद आया होश
शाहजहां ने बताया कि बिल्डिंग गिरने तक का याद है । और अचानक चीख-पुकार मच गई थी । और उसके बाद मुझे कुछ भी याद नहीं. 2 घंटे बाद जब होश आया तो खुद को मलबे में फंसा पाया था औऱ फिर किसी तरह बाहर मदद के लिए आवाज लगाई। मैं घंटों चीखती रही तब जाकर किसी ने मेरी बात को सुना और आज सुबह 6:00 बजे मेरा रेस्क्यू किया जा सका और  सुबह 6:00 बजे के बाद मैं सिविल अस्पताल में आई हूं । और 12 घंटे तक मैं उसी मलबे में फंसी रही थी बिना पानी, बिना हवा और अंधेरे में मैं कैसे जिंदा रही मैं ही जानती हूं. मैं ईश्वर का शुक्रिया अदा करती हूं जो मैं जिंदा बच पाई हुॅ ।

बिल्डिंग में कई दिनों से कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था
उधर सिविल अस्पताल में रेस्क्यू कर लाई गई रंजना अवस्थी ने भी अपनी आपबीती सुनाई। और रंजना अवस्थी उसी अपार्टमेंट में अपनी बेटी के साथ मौजूद थी. और अचानक से बिल्डिंग ढह गई । और आंखें खोली तो सब खत्म हो चुका था. बिल्डिंग में कई दिनों से कंस्ट्रक्शन का काम चल रहा था. हमने कई बार विरोध किया. तीन फ्लोर के बाद भी पेंटहाउस का निर्माण किया गया. हमारा सब कुछ चला गया था ।

यह भी पढ़ें :- Navjot Singh Sidhu : आज CM के चंड़ीगढ़ लौटने के बाद फाइल पर फैसला लेने की संभावना

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *