संजय राउत की गिरफ्तारी से शिवसेना का कितना नुकसान, क्यों ठाकरे फैमिली परेशान?

उद्धव ठाकरे जिस तरह से संजय राउत की गिरफ्तारी के बाद से सक्रिय हैं, उससे साफ है कि शिवसेना के लिए यह मसला कितना गंभीर है। दरअसल संजय राउत को उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है।

News Jungal Media Pvt,Ltd :- पात्रा चॉल घोटाले के मामले में ईडी ने रविवार को संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद से ही महाराष्ट्र की राजनीति में उबाल देखने को मिल रहा है। एक तरफ ईडी संजय राउत का मेडिकल कराने के बाद उन्हें कोर्ट में पेश करने जा रही है तो वहीं शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे उनके घर पर जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि उद्धव ठाकरे संजय राउत के परिजनों से मुलाकात करेंगे। वहीं महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने संजय राउत पर तंज कसते हुए कहा है कि अब रोज सुबह 8 बजे बजने वाला भोंपू बंद हो गया है। इससे पहले भी उन्होंने कहा था कि जो जैसा करेगा, वैसा ही भरेगा।

उद्धव ठाकरे जिस तरह से संजय राउत की गिरफ्तारी के बाद से सक्रिय हैं, उससे साफ है कि शिवसेना के लिए यह मसला कितना गंभीर है। दरअसल संजय राउत को उद्धव ठाकरे के बेहद करीबी नेताओं में शुमार किया जाता है। 2019 के विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा संग सरकार बनाने को लेकर मतभेदों की बात हो या फिर एकनाथ शिंदे गुट की बगावत के दौरान वह चर्चा में रहे थे। उनकी ओर से लगातार बयान आ रहे थे और उनकी आवाज को उद्धव ठाकरे की बात के तौर पर देखा जाता था। एकनाथ शिंदे गुट भी उद्धव ठाकरे की बजाय उन पर ही सीधे हमले करता रहा है और उद्धव ठाकरे को भ्रमित करने के भी आरोप लगाता रहा है।

उद्धव ठाकरे के कितने करीब हैं संजय राउत

इससे समझा जा सकता है कि संजय राउत का उद्धव ठाकरे की शिवसेना में क्या कद है। हाल ही में संजय राउत ने ‘सामना’ के लिए उद्धव ठाकरे का एक इंटरव्यू भी लिया था, जिसमें शिवसेना प्रमुख ने एकनाथ शिंदे पर तीखा हमला बोलते हुए कहा था कि वह जन्म देने वाली मां को ही खाने वाले हैं। उद्धव ठाकरे अपने पिता बालासाहेब ठाकरे की तरह बेबाक और आक्रामक बयान नहीं देते हैं, लेकिन संजय राउत एक कट्टर और तेजतर्रार शिवसैनिक के कैरेक्टर में हमेशा नजर आए हैं। यही वजह है कि उद्धव ठाकरे खेमे के वह सबसे चर्चित चेहरे रहे हैं। संजय राउत शिवसेना के मुखपत्र सामना के संपादक भी हैं। इसीलिए उन्हें शिवसेना की आधिकारिक आवाज भी माना जाता रहा है।

एकनाथ शिंदे की बगावत में बने उद्धव कैंप की आवाज

हाल ही में एकनाथ शिंदे गुट की बगावत के दौरान हर दिन वह मीडिया से रूबरू होकर या फिर ट्विटर के जरिए उन पर हमला बोलते थे। पार्टी में दोफाड़ होने की स्थिति में भी संजय राउत ही अकेले ऐसे बड़े नेता हैं, जो उद्धव और आदित्य ठाकरे के बाद नजर आते हैं। ऐसे में ईडी की ओर से उनकी गिरफ्तारी किया जाना उद्धव ठाकरे के एकदम करीब जाकर हमला करने जैसा है। ऐसे में देखना होगा कि बगावत से लेकर सरकार गंवाने तक का संकट झेल रही शिवसेना अब कैसे जवाब देती है। संजय राउत ने झुकूंगा नहीं कहकर अपने इरादे पहले ही जाहिर कर दिए हैं।

आदित्य बोले- ठाकरे फैमिली को कोई खत्म नहीं कर सकता

इस बीच संजय राउत की गिरफ्तारी पर बोलते हुए आदित्य ठाकरे ने कहा कि कोई भी ठाकरे फैमिली को खत्म नहीं कर सकता। उन्होंने कहा कि संजय राउत की गिरफ्तारी हमारी आवाज को दबाने की एक कोशिश है। अब बहुत हो चुका है। यह सही नहीं है। बता दें कि ईडी ने लंबी पूछताछ के बाद रविवार को देर रात संजय राउत को अरेस्ट कर लिया था। उनके घर से 11.50 लाख रुपये की नकदी बरमद की गई थी।

यह भी पढ़े :- GST से अब तक का दूसरा सबसे ज्यादा कलेक्शन, लगातार पांचवें महीने आई अच्छी खबर

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *