न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के स्कूल भर्ती घोटाले के केंद्र में रहे राज्य के पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी पर मंगलवार को एक महिला चप्पल फेंक दी. यह घटना उस वक्त सामने आई, जबकि पार्थ को स्थानीय ईएसआई अस्पताल में जांच कराने के लिए लाया गया था. चप्पल फेंकते हुए महिला ने कहा कि ये नेता जनता का पैसा लूट रहे हैं. उसने कहा, ‘गरीब मेहनत करके पैसा कमाते हैं और पार्थ जैसे लोगों उसे महंगी कारों में लेकर चले जाते हैं.’ इससे पहले सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के एक अधिकारी ने बताया कि पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार किए गए मंत्री पार्थ चटर्जी पूछताछ में जांच एजेंसी के साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि चटर्जी ने कथित स्कूल भर्ती घोटाले की जांच के संबंध में ईडी के ज्यादातर सवालों का ‘जवाब नहीं दिया है.’
ईडी अधिकारी के मुताबिक, तृणमूल कांग्रेस से निलंबित किए गए नेता चटर्जी पूछताछ के दौरान ‘ज्यादातर वक्त चुप रहे.’ चटर्जी ने शुक्रवार को कहा था कि वह ‘साजिश का शिकार’ हुए हैं. उन्होंने खुद को निलंबित करने के टीएमसी के फैसले पर नाखुशी भी जताई थी. ईडी अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘वह गिरफ्तारी के बाद से ही हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहे हैं. वह अक्सर थकावट की शिकायत करते हैं और हमारे सवालों के जवाब देने से बच रहे हैं. हमने चटर्जी से उनके दावों के बारे में पूछा था कि छापे में बरामद नकदी उनकी नहीं है। हम इस धन के स्रोत के बारे में पता लगा रहे हैं.
पार्थ चटर्जी और अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैट से ईडी ने भारी मात्रा में आभूषण और विदेशी मुद्रा के अलावा 50 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे. दोनों तीन अगस्त तक केंद्रीय एजेंसी की हिरासत में रहेंगे. कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देशानुसार केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) पश्चिम बंगाल स्कूल सेवा आयोग की सिफारिशों पर समूह-सी और-डी कर्मचारियों के साथ-साथ सरकार प्रायोजित और सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही है.
यह भी पढ़े : यूपी में दो दिन तेज बारिश का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी