खत्म होगी ‘राजस्थान की रार’ या जारी रहेगी तकरार? पायलट बनाम गहलोत?

News Jungal Political Desk : सचिन पायलट के अगले फैसले से राजस्थान Rajasthan में कांग्रेस की किस्मत का फैसला होगा और चुनावी बिसात के समीकरण बन सकते है .पायलट ने महात्मा गांधी की तस्वीर के साथ एक दिन का अनशन करके नया सस्पेंस देखा जा रहा है . अब 6 नई संभावनाएं बन रही हैं. 1. क्या सचिन पायलट कांग्रेस छोड़ेंगे? 2. क्या कांग्रेस पायलट के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई करेगी? 3. क्या सचिन पायलट नई पार्टी बनाएंगे या कांग्रेस में रहकर अशोक गहलोत को घेरेंगे? 4. पायलट ने कांग्रेस छोड़ी तो क्या हो सकते हैं विकल्प? 5. क्या सचिन पायलट या हनुमान बेनीवाल का गठबंधन राजस्थान का सियासी समीकरण बदल सकता है? 6. क्या कांग्रेस पार्टी सचिन पायलट को मनाएगी और फिर गहलोत-पायलट जोड़ी को चुनाव में उतारने की कोशिश करेगी?

क्या पायलट पार्टी छोड़ेंगे?
सचिन पायलट कांग्रेस छोड़ने के मूड में फिलहाल नहीं दिख रहे है . इसकी दो वजहे हैं. पायलट जानते हैं कि राजस्थान में इस विधानसभा चुनाव के बाद गहलोत का दौर लगभग खत्म हो जायेगा और राजस्थान कांग्रेस में अशोक गहलोत के बाद उनके कद का कोई नेता नहीं है. सचिन पायलट के लिए कांग्रेस में रहकर राजस्थान में अशोक गहलोत का उत्तराधिकारी बनने की संभावना अधिक है, ऐसे में वह 2028 की तैयारी कर सकते हैं. अब सवाल यह कि फिर पार्टी का निशान छोड़ अपने दम पर अनशन क्यों? पार्टी को यह ताकत दिखाना कि राजस्थान में पायलट अकेले दमखम रखते हैं और अलग चलने का फैसला करेंगे तो कांग्रेस को भारी नुकसान हो सकता है ।

क्या सचिन पायलट पर कांग्रेस अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी?
ऐसी संभावना कम है. हालांकि, अशोक गहलोत चाहते हैं कार्रवाई हो. लेकिन प्रियंका गांधी, पायलट की ढाल बनकर खड़ी दिख रही हैं. प्रियंका ने पायलट को फोन भी किया, इसी वजह से अनशन खत्म करने के बाद वह रात को ही दिल्ली पहुॅच गए, जबकि उन्हें जाना सुबह था. दूसरी वजह यह कि कांग्रेस को डर है कि सचिन पायलट के खिलाफ कार्रवाई की तो पार्टी को नुकसान हो सकता है. सचिन पायलट सहानुभूति कार्ड खेलकर हीरो बन सकते हैं।

तीसरी वजह यह कि जब 25 सिंतबर, 2022 को अशोक गहलोत गुट के नेताओं ने बगावत कर दी थी, तो उनके खिलाफ अभी तक कांग्रेस ने कार्रवाई नहीं की, तो फिर पायलट पर कार्रवाई का कोई आधार ही नहीं बनता है . पायलट ने पार्टी या गहलोत के खिलाफ भी कोई बात नहीं की. वसुंधरा राजे के शासन में भ्रष्टाचार की जांच की मांग पर अनशन को लेकर पायलट के खिलाफ कार्रवाई से कांग्रेस को राजनीतिक नुकसान अधिक है ।

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