गेहूं का भंडार 1 अक्‍टूबर 2022 को 6 साल के निचले स्‍तर पर पहुंचा

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देश के सरकारी गोदामों में अनाज का स्‍टॉक लगातार घट रहा है. गेहूं का भंडारण चिंताजनक स्‍तर पर पहुंच चुका है. देश में पहले से ही गेहूं और गेहूं के आटे की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है. अब आगे भी इनके रेट बढ़ने की आशंकाएं गहराने लगी हैं ।

 न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : भारत में अनाज की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है । सितंबर में अनाज महंगाई दर 105 महीनों के उच्‍चतम स्‍तर पर जा पहुंची है । बढ़ती महंगाई के बीच एक और बुरी खबर सामने आई है । देश का अनाज भंडार 5 साल के निचले स्‍तर पर पहुंच गया है । चिंताजनक बात यह है कि भारतीय खाद्य निगम (FCI) के गोदामों में गेहूं का स्‍टॉक पिछले 6 वर्षों में सबसे कम हो गया है और यह मिनिमम बफर स्‍टॉक से बस कुछ ही ज्‍यादा है ।

इंडियन एक्‍सप्रेस की 1 रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय खाद्य निगम (FCI) के आंकड़ों बताते हैं कि 1 अक्टूबर को सार्वजनिक गोदामों में गेहूं और चावल का कुल स्टॉक 511.4 लाख टन है । . एक साल पहले यह आंकड़ा 816 लाख टन था. देश में गेहूं और चावल की कीमतों को बढ़ने से रोकने और घरेलू बाजार में इनकी पर्याप्‍त आपूर्ति के लिए ही सरकार ने गेहूं और टूटे चावल के निर्यात पर रोक लगी हुयी है ।

चिंताजनक स्‍तर पर गेहूं का स्‍टॉक
सरकारी भंडारगृहों में 1 अक्टूबर, 2022 को 227.5 लाख टन गेहूं का स्टॉक था । यह पिछले 6 वर्षों में गेहूं भंडारण का सबसे निचला स्‍तर है । यही नहीं, इस तारीख के लिए न्‍यूनतम बफर स्‍टॉक 205.2 से यह थोड़ा ही ज्‍यादा है. हालांकि, चावल का स्टॉक (बिना पिसे हुए धान से प्राप्त अनाज सहित) आवश्यक स्तरों से लगभग 2.8 गुना ज्यादा था । . इसी कारण 4 साल पहले की तुलना में एफसीआई के गोदामों में समग्र अनाज स्टॉक की स्थिति अपेक्षाकृत ठीक है और सितंबर में महंगाई दर में वृद्धि होने के बावजूद अनाज भंडारण में आ रही कमी चिंताजनक है. हो गई है । सितंबर, 2022 में अनाज और अनाज उत्‍पादों की महंगाई दर 11.53 फीसदी है अनाज के लिए यह उच्‍चतम वार्षिक दर भी है ।

गेहूं और आटे के बढ़े दाम
अगर सितंबर के खुदरा महंगाई के आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि गेहूं और आटे की वार्षिक रिटेल महंगाई दर 17.41 फीसदी तक पहुंच गई है और पिछले 8 महीनों में यह सर्वाधिक है । अगस्‍त में यह 15.72 फीसदी थी तो जुलाई में यह दर 11.73 फीसदी रही. गेहूं और गेहूं के आटे की कीमतों में कमी की संभावनाएं सीमित हैं, और किसानों ने अभी गेहूं की बुवाई नहीं करी है और अगली फसल मार्च के मध्य के बाद ही बाजारों में आएगी ।

वैश्विक बाजार में रिकॉर्ड स्‍तर से नीचे आए गेहूं के दाम
हालांकि, अंतरराष्‍ट्रीय बाजार में गेहूं की कीमतों में गिरावट आई है और शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड एक्सचेंज में बेंचमार्क गेहूं वायदा अनुबंध की कीमतें 7 मार्च के रिकॉर्ड 12.94 डॉलर प्रति बुशल से गिरकर 18 अगस्त को 7.49 डॉलर हो गई है । यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध में एक बार फिर तेजी आने से बुधवार 12 अगस्‍त को कीमतों में बढ़ोतरी हुई और यह 8.82 डॉलर हो गया है ।

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