घाघरा नदी के रौद्र रूप से टूटा रिंग बांध, तबाही की आशंका

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मामले में उपजिलाधिकारी सगड़ी राजीव रतन सिंह ने बताया की समय रहते सभी ग्रामीणों को बाहर निकाल सभी को सुरक्षित स्थानों पर स्थापित कर दिया गया है. बांध जोड़ने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है ।

न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : घाघरा नदी ने अपना रौद्र रूप दिखना शुरू कर दिया है । और शुक्रवार की दोपहर घाघरा नदी के पानी दबाव के चलते रिंग बांध टूट जाने के बाद मुख्य बांध पर ओवरफ्लो होना शरू हो गया है । जिससे महुला गढ़वड़ बंधे पर दबाव बढ गया है । रिंग बांध टूटने से जहां प्रशासन में हडकंप मचा हुआ है. वहीं ग्रामीणाों में हाहाकार भी गया है ।

हालाकि जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद के साथ सासंद दिनेश लाल यादव निरहुआ भी गुरूवार को मौके पर पहुंचे थे. घाघरा नदी के पानी के तेज दबाव को देखते हुए अधिकारियों को मौके पर ही निेर्देश जारी किया था कि किसी भी हालत में रिंग बांध नहीं टूटना चाहिए, और राज्यमंत्री व सासंद का आदेश अधिकारियों पर बेअसर रहा है । पानी के तेज दबाव के कारण शुक्रवार की दोपहर आचानक रिंग बांध टूट गया था । और टूटे रिंग बांध की तेज धारा के साथ पानी महुला गढ़वल बंधे पर तेजी के साथ दबाव बन रहा है । रिंग बांध टूटने से प्रशासन में हडकंप मच गया है ।

क्योंकि नदी के पानी का तेज दबाव के कारण महुला गढ़वल बंधे पर भी असर पड़ सकता है, और जिससे बंधे पर किसी तरह की परेशानी आई तो भारी तबाही मचनी तय है. और वहीं बाढ के पानी से घिरे ग्रामीण महुला गढ़वल बंधे पर शरण लिए है । उनका कहना है कि किसी भी तरह की सरकारी सुविधा मुहैया नहीं कराई गई है । प्रशासन के अधिकारी सिर्फ कागजों में खानापूर्ति करने में जुटे है. इस मामले में उपजिलाधिकारी सगड़ी राजीव रतन सिंह ने बताया की समय रहते सभी ग्रामीणों को बाहर निकाल सभी को सुरक्षित स्थानों पर स्थापित कर दिया गया है. बांध जोड़ने का काम तेजी के साथ किया जा रहा है ।

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