स्मृति ईरानी बोली-अमेठी मेरे लिए एक अपना परिवार है,50 साल का काम 8 साल में किया पूरा!

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न्यूज जंगल डेस्क:– स्मृति ने कहा कि मैं अपने आप को सांसद के तौर पर कभी नही देखा . गांव-गरीब की जनता की अपेक्षा से जुड़े छोटे से छोटे कामों को भी मैं पूरा कराती हूं. उन्होंने कहा कि मैं अमेठी मेरे लिए अपना परिवार है, अपना घर है. 8 वर्षों में जनता जनार्दन ने लगातार मुझे सम्मान दिया है और उन्होंने जो भी अपनी अभिलाषाएं मेरे सामने रखीं हैं उन्हें मैंने अपनी पूरी क्षमता के आधार पर जनता के लिए काम कर पाई हूं.

सोमवार को लखनऊ पहुंची केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कई बड़ी बाते कहीं.उन्होंने अमेठी के विकास से जुड़े कई सवालों पर भी अपनी बेबाक राय रखी और कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि आज कई परियोजनाओं का लोकार्पण होना है. मेरी कोशिश है कि जनता की जो भी अपेक्षाएं हैं उन सभी कार्यो को मैं बेहतर ढंग से कर सकूं.

स्मृति ईरानी ने कहा कि मैं अपने आप को सांसद के तौर पर नहीं देखती. गांव-गरीब की जनता की अपेक्षा से जुड़े छोटे से छोटे कामों को भी मैं पूरा कराने की कोशिस करती हूं. उन्होंने कहा कि अमेठी मेरे लिए अपना परिवार है, अपना घर है. 8 वर्षों में जनता जनार्दन ने सतत मुझे सम्मान दिया है और उन्होंने जो भी अपनी अभिलाषाएं मेरे सामने रखीं हैं उन्हें मैंने अपनी पूरी क्षमता के आधार पर जनता के लिए काम कर पाई हूं.

स्मृति कि परिवर्तन जीवन का एक नियम है साथ ही जनता की जरूरतें भी समय के साथ बदलती रहती हैं, एक वक्त ऐसा था जब अमेठी तीस साल से एक मेडिकल कॉलेज के लिए इंतजार कर रहा था. अब प्रधानमंत्री मोदी के सौजन्य से मेडिकल कॉलेज तिलोई में आ रहा है. एक वक्त ऐसा था जब सलोन विधानसभा में तकनीकी शिक्षा के लिए किसी कॉलेज की व्यवस्था नहीं थी लेकिन आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सहयोग से वहां पर पॉलिटेक्निक की व्यवस्था की गई.

स्मृति ने कहा कि जब कोविड़ की महामारी आई तब किसी ने अपेक्षा नहीं की होगी की सतत 28 महीने मुफ्त राशन घर-घर तक पहुंचेगा जो अमेठी में पहुंचा. कोरोना काल में मैं सांसद के नाते विषम परिस्थितियों में जब सर पर मौत मंडरा रही थी तब भी मैं जनता के समक्ष थी. लेकिन साथ ही अमेठी की जनता ने जिस तरह से वैक्सीन ड्राइव को प्रशासन का सहयोग करते हुए सफल बनाया, उसके लिए वो सभी धन्यवाद के पात्र हैं.

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