गुरमीत राम रहीम डेरा के सिरसा स्थित मुख्यालय में अपने आश्रम पर दो महिला अनुयायियों से बलात्कार के दोष में 20 साल कारावास की सजा भुगत रहा है. उसे अगस्त 2017 में पंचकूला में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था. राम रहीम 2017 में बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से ही हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है ।
न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : साध्वी से बलात्कार के जुर्म में हरियाणा की सुनारिया जेल में कारावास की सजा काट रहा डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह 40 दिनों की पैरोल पर अब बाहर आ गये है । रोहतक स्थित सुनारिया जेल से पैरोल पर बाहर आने के बाद गुरमीत राम रहीम ने हरियाणा के आदमपुर में होने जा रहे विधानसभा उपचुनाव और पंचायत चुनावों से पहले इशारों-इशारों में अपने श्रद्धालुओं के लिए एक चुनावी संदेश दिया है ।
अपने अनुयायियों के लिए जारी संदेश में राम रहीम ने कहा कि आपको जैसा बोला था, मानते रहना था जैसे भी आपको जिम्मेदार लोग बताएंगे, वैसा ही करना होगा मनमर्जी नहीं करनी है । बता दें कि साध्वी यौन शोषण मामले में रोहतक की सुनारिया जेल में गुरमीत राम रहीम 20 साल की सजा काट रहे है । शुक्रवार को गुरमीत राम रहीम की 40 दिन की पैरोल अर्जी स्वीकार कर ली गई थी । और शनिवार सुबह करीब 6 बजे वह जेल से बाहर आया और बागपत आश्रम पहुच गया ।
राम रहीम ने अपने अनुयायियों से क्या बोला
अपने अनुयायियों के नाम संदेश में राम रहीम ने कहा, ‘है कि हम आश्रम में पहुंच चुके हैं । मालिक सबको खुशियां दें. पहले की तरह जैसे आपको बोला था, मानते रहना. था मनमर्जियां नहीं करनी थी । जिम्मेदार लोगों की बात माननी है. हमें अपने बच्चों पर बहुत गर्व है. परम पिता परमात्मा आपको बहुत खुशियां दें. हमें पता है कि आपने हमारी बात माननी है. थोड़ी देर पहले ही पहुंचे हैं. वो समुद्र आपको याद ही होंगे । समुद्र ज्यादा बढ़कर आए हैं. ये तेरावास यूपी का. इसे आप देख ही रहे हैं । पता आपको चल ही गया है । आपसे बातें करते रहेंगे. थोड़े बच्चों, जवानों और बुजुर्गों को आशीर्वाद. एक बार बच्चे ने पूछ लिया कि गुरुजी मैं भी आपको पिता जी कहता हूं और मेरे पापा और दादा भी पिता जी कहते हैं. ये क्या बात हुयी मैंने कहा कि संत जो होते हैं, उनके लिए भगवान की औलाद उनकी औलाद होती है. मालिक सबको आशीर्वाद है.।
आदमपुर विधानसभा उपचुनाव से पहले राम रहीम का संदेश
दरअसल, राम रहीम का जेल से बाहर आना और अपने अनुयायियों को संदेश देना, सियासी लिहाज से इसलिए भी अहम है, क्योंकि आदमपुर विधानसभा उपचुनाव की तारीख नजदीक है. और आदमपुर में तीन नवंबर को उपचुनाव होगे . इससे पहले, डेरा प्रमुख राम रहीम को जून में एक महीने की पैरोल पर रिहा किया गया था और फरवरी में उसकी तीन सप्ताह की फर्लो मंजूर करी गई थी । इस दौरान राम रहीम बागपत स्थित डेरा सच्चा सौदा आश्रम में ठहरेगे । .
किस मामले में जेल में बंद है राम रहीम
गुरमीत राम रहीम डेरा के सिरसा स्थित मुख्यालय में अपने आश्रम पर 2 महिला अनुयायियों से बलात्कार के दोष में 20 साल कारावास की सजा भुगत रहा है. और उसे अगस्त 2017 में पंचकूला में केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) की एक विशेष अदालत ने दोषी ठहराया था. राम रहीम 2017 में बलात्कार के मामलों में दोषी ठहराए जाने के बाद से ही हरियाणा के रोहतक की सुनारिया जेल में बंद है. गुरमीत राम रहीम को 2002 में डेरा प्रबंधक रंजीत सिंह की हत्या की साजिश रचने के लिए भी पिछले साल चार अन्य लोगों के साथ दोषी पाया गया था । डेरा प्रमुख और तीन अन्य लोगों को 2019 में 16 साल से अधिक समय पहले एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी दोषी करार दिया गया था ।
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