UPCA की गंदी राजनीति से कानपुर का क्रिकेट शून्य से भी नीचे चला गया

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न्यूज़ जंगल नेटवर्क, कानपुर ; उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन के चयनकर्ताओं की निगाहों में कानपुर का क्रिकेट शून्य से भी नीचे चला गया है। प्रदेश भर के तमाम चयनकर्ता उत्तर प्रदेश क्रिकेट टीम के लिए नगर से एक भी क्रिकेटर को तलाशने में विफल साबित दिखाई दे रहे हैं। यह कहा जाए कि उत्तर प्रदेश की गंदी राजनीति का शिकार अब नगर के क्रिकेटर हो रहे हैं।

पिछली बार की तरह इस बार भी उत्तर प्रदेश क्रिकेट की अंडर 25 टीम में नगर का एक भी खिलाड़ी शामिल नहीं हो सका। सहारनपुर, गाजियाबाद, मेरठ, के तमाम खिलाड़ियों को सूचीबद्ध कर दिया गया है।

सीके नायडू टूर्नामेंट के लिए कानपुर से एक भी खिलाड़ी नहीं

कर्नल सीके नायडू क्रिकेट टूर्नामेंट के लिए चुनी गई यूपी की अंडर-25 क्रिकेट टीम के प्रशिक्षण शिविर में नगर से एक भी क्रिकेटर का चयन क्रिकेट जगत में कौतूहल का विषय बना हुआ है। क्रिकेटरों के टीम में न चुने जाने से जहां क्रिकेटरों के खेमे में मायूसी है। वहीं, कानपुर क्रिकेट एसोसिएशन के चयनकर्ताओं और पदाधिकारियों में उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ के प्रति आक्रोश भरता दिख रहा है।

केसीए के आक्रोशित पदाधिकारियों ने इस बात की शिकायत संघ के चेयरमैन डा संजय कपूर से की है, जिस पर उन्होंने संघ के पदाधिकारियों को समझा बुझाकर मामले को खत्म करा दिया है। जबकि पूर्व के सालों में नगर की ओर से ही टीम में एक ही सत्र में छह से सात खिलाड़ी अधिकतम प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।

प्लेइंग इलेवन में एक भी खिलाड़ी को जगह नहीं…

संघ के पदाधिकारियों को यूपीसीए की चयन प्रक्रिया से लेकर प्लेइंग इलेवन तक के लिए चुनी गई 22 सदस्यीय टीम में नगर का प्रतिनिधित्व न किया जाना किसी के भी गले नही उतर रहा है। कानपुर क्रिकेट संघ के अध्यक्ष एसएन सिंह व पूर्व उपाध्यक्ष संजय तिवारी ने यूपीसीए की कार्यप्रणाली पर भी शक जताते हुए कहा है कि शहर की ओर से नौ खिलाड़ियों ने प्रतिनिधित्व किया था, जिसमें से किसी खिलाड़ी का टीम में न चुना जाने से शहर के खिलाड़ियों को निराशा और हताशा कर दिया है।

कर्नल सीके नायडू क्रिकेट टीम के लिए 40 खिलाड़ियों की सूची जारी की गई थी, जो अब बढ़ाकर 55 से अधिक कर दी गई है। क्रिकेट के जानकार यह भी बताते हैं कि यह संख्या बढ़ भी सकती है, जबकि पूर्व में टीम का एलान ही केवल 15 सदस्यों के साथ किया जाता रहा है।

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यूपीसीए को दुर्व्यवहार रोकना चाहिए

इस बारे में जब केसीए के अध्यक्ष एसएन सिंह से बात की तो उन्होंने कहा, सीनियर क्रिकेटरों को टीम में न चुना जाना कानपुर क्रिकेट संघ के साथ पक्षपात पूर्ण रवैया दर्शा रहा है। ये नगर के क्रिकेटरों के लिए हताशा भरा क्षण है इससे नगर के नौनिहाल क्रिकेटरों का मनोबल टूट जाएगा और आने वाले समय में यह नए खिलाड़ियों के भविष्य पर हावी हो सकता है। यूपीसीए को चाहिए कि नगर के साथ दुर्व्यवहार रोके।

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