गुजरात : CM योगी आदित्यनाथ का जलवा, 25 रैलियों में से 18 सीटों पर मिली जीत
गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम की काफी डिमांड रही. उन्होंने गुजरात की कुल 25 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया, जिनमें से 9 सीटें ऐसी थीं, जिन पर 2017 में 9 सीटों पर कांग्रेस का कब्ज़ा था. गुरुवार 8 दिसंबर को जब परिणाम आए तो बीजेपी को बकानेर, झगड़िया, चौरासी, सनखेड़ा, मोहम्मदाबाद, द्वारका, रापण, धांगधारा, वारछा, सोमनाथ, सावरकुंडला, वीरमगाम, उमरेठ, दभोई, गोधरा, धंधुका, धोलका और महुधा विधानसभा में जीत मिली. जिन सीटों पर बीजेपी को हार मिली वहां भी अंतर काफी कम था ।
Political Desk :- गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली प्रचंड जीत में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी अहम भूमिका रही है और गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान स्टार कैम्पेनर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी प्रत्याशियों के समर्थन में ताबड़तोड़ रैलियां करी इसी का नतीजा रहा कि जिन 25 विधानसभा सीटों पर सीएम योगी की रैलियां हुईं और उनमें से 18 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली है ।
दरअसल, गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान सीएम की काफी डिमांड रही है । और उन्होंने गुजरात की कुल 25 विधानसभा सीटों पर प्रचार किया था । जिनमें से 9 सीटें ऐसी थीं, जिन पर 2017 में 9 सीटों पर कांग्रेस का कब्ज़ा था और गुरुवार 8 दिसंबर को जब परिणाम आए तो बीजेपी को बकानेर, झगड़िया, चौरासी, सनखेड़ा, मोहम्मदाबाद, द्वारका, रापण, धांगधारा, वारछा, सोमनाथ, सावरकुंडला, वीरमगाम, उमरेठ, दभोई, गोधरा, धंधुका, धोलका और महुधा विधानसभा में जीत मिली है जिन सीटों पर बीजेपी को हार मिली वहां भी अंतर काफी कम था ।
हार्दिक पटेल की नैया भी लगाई पार
कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए हार्दिक पटेल की भी नैया को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पार लगाया। और हार्दिक पटेल वीरमगाम विधानसभा से जीते हैं और इस सीट से उन्होंने आम आदमी पार्टी के अमरसिंह अनादाजी ठाकोर को 51707 वोटों से हराया है । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस सीट के लिए 26 नवंबर को प्रचार किया था ।
हर दिन 3 से 4 रैलियों और रोड शो किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुजरात विधानसभा चुनाव में 18 नवंबर से प्रचार शुरू किया था। और उन्होंने हर दिन तीन से चार रैलियों और रोड शो को संबोधित किया था । और मोरबी के वांकानेर से अपनी चुनावी प्रचार की शुरआत करी थी । जहां पर कुछ दिन पहले ही हैंगिंग ब्रिज के गिरने से बड़ा हादसा हुआ था और विपक्षी दलों ने चुनाव में इस मुद्दे को भी बड़े जोर शोर से उठाया था । और बावजूद इसके बीजेपी इस सीट को जीतने में कामयाब रही है ।
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