


न्यूज जंगल डेस्क,कानपुरः चीन के एक केमिकल प्लांट में विस्फोट होने से चार लोगों की मौत हो गई है जबकि 3 लोग घायल हो गए हैं। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, शुक्रवार देर रात उत्तरी चीन के इनर मंगोलिया स्वायत्त क्षेत्र में यह हादसा हुआ। धमाका रात करीब 11:00 बजे अलक्सा लीग (प्रान्त) में बायन ओबो औद्योगिक पार्क में एक केमिकल प्लांट की एक कार्यशाला में हुआ।
विस्फोट के कारण लगी आग पर शनिवार तड़के काबू पा लिया गया। हालांकि यह विस्फोट कैसे हुआ इसका पता नहीं चल पाया है। दुर्घटना के कारणों की जांच के लिए क्षेत्रीय सरकार ने एक टीम का गठन किया गया है।बता दें कि हाल ही में चीन के शेनयांग शहर (Shenyang City) में स्थित एक रेस्टोरेंट के भीतर गैस रिसाव होने से विस्फोट हुआ था। साउथ चाइना मोर्निंग पोस्ट के मुताबिक, इस हादसे में 1 की मौत हो गई है जबकि 33 लोग घायल हुए थे। हालांकि यह साफ नहीं हो पाया था कि यह गैस रिसाव कैसे हुआ? यहां पर बचाव कार्य भी किया गया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में धमाके के बाद लोग इधर-उधर भाग रहे हैं। चारों तरफ इमारतों का मलबा बिखरा हुआ है और अफरातफरी मची थी।
इसके अलावा बीते दिन रूस की एक केमिकल प्लांट में ब्लास्ट होने से 16 लोगों की मौत की खबर आई थी। टास समाचार एजेंसी के मुताबिक, पश्चिमी रियाज़ान प्रांत में एक केमिकल प्लांट में विस्फोट के चलते यह धमाका हुआ। हालांकि, आपात स्थिति मंत्रालय ने दुर्घटना में 12 लोगों की मौत की पुष्टि करते हुए कहा कि चार लोग लापता हैं। टास ने अपने स्रोत के हवाले से कहा कि दुर्घटना तकनीकी प्रक्रिया का पालन करने में विफलता के कारण हुई थी। इस विस्फोट के दौरान लगी आग को भी बुझाने के लिए दमकल गाड़िया पहुंच चुकी हैं। बचाव कार्य जारी है।
हम सभी जानते हैं कि सिरदर्द कितना आम है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि विश्व स्वास्थ्य संगठन सिरदर्द को एक विकार मानता है? हाँ, बार-बार होने वाले सिरदर्द को WHO द्वारा नर्वस सिस्टम के विकार की श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है। जो लोग सिरदर्द को नजरअंदाज करते हैं, उनमें माइग्रेन, टेंशन-टाइप हेडेक क्लस्टर हेडेक और मेडिकेशन ओवर यूज हेडेक (MOH) जैसे सिरदर्द विकार विकसित होने का खतरा होता है। दर्द छिपाने के संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए, और युवा वयस्कों के साथ सिरदर्द पर बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए, ने सिरदर्द से पीड़ित आबादी के प्रतिशत का विश्लेषण करने के लिए 14 राज्यों और 24 शहरों में 22-45 वर्ष की आयु के 10,004 लोगों का सर्वे किया। इस सर्वे के जरिए उन्होंने सिरदर्द की फ्रीक्वेंसी और राहत के लिए कितने लोगों ने दवा ली इसके बारे में जानकारी प्राप्त की। परिणाम आश्चर्यजनक है, क्योंकि यह पाया गया कि लोग सिरदर्द को गंभीरता से नहीं लेते हैं और बिना किसी दवा के अपना काम जारी रखते हैं, जिससे सिरदर्द और बढ़ता चला जाता है। हेल्थ जागरण में लीड एडिटर वाणी मलिक ने बायर कंज्यूमर हेल्थ-इंडिया के कंट्री हेड संदीप वर्मा से इस सर्वे और सिरदर्द के लिए क्यों है महत्वपूर्ण, के बारे में और अधिक जानकारी के लिए बात की।
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