पूरे दिल्ली-NCR पर धुंध की गहरी चादर, AQI 504 पर बेहद गंभीर श्रेणी में

 केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है. सफर इंडिया के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई 504 है. आनंद विहार इलाके में AQI 448, जहांगीरपुरी में 421, द्वारका सेक्टर-8 में 435 और आईजीआई एयरपोर्ट (T3) के आसपास 421 दर्ज किया गया है

News jungal desk :- दिल्ली की हवा में घुला जहर फिलहाल घटता नहीं दिख रहा है । और पूरा एनसीआर इस वक्त धुंध और धुएं की एक खतरनाक चादर से घिरा हुआ है । और केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक दिल्ली में समग्र वायु गुणवत्ता (AQI) ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है । सफर इंडिया के मुताबिक दिल्ली का एक्यूआई 504 है । और आनंद विहार इलाके में AQI 448, जहांगीरपुरी में 421, द्वारका सेक्टर-8 में 435 और आईजीआई एयरपोर्ट (T3) के आसपास 421 दर्ज किया गया है । नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता लगातार खराब हो रही है । केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक नोएडा के सेक्टर-116 में एक्यूआई 426 और नोएडा सेक्टर 62 में 428 है । और गुरुग्राम में एक्यूआई 512 दर्ज किया गया है । जो बेहद गंभीर श्रेणी में बना हुआ है ।

सरकारी एजेंसियों ने चेतावनी दी है कि तापमान और हवा की गति में गिरावट के साथ-साथ पराली जलाने की घटनाओं के बढ़ने के कारण अगले 15-20 दिनों में दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर खराब हो सकता है । और दिल्ली-एनसीआर के आसमान पर धुंआ छाया है और उम्मीद है कि यही हालात अगले कुछ दिनों तक जारी रहेंगे । और दिल्ली में हवा की गुणवत्ता सांस लेने के लिए खतरनाक हो गई है । और इसे देखते हुए दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ तत्काल बैठक बुलाई है । और बैठक संभवत: शाम छह बजे निर्धारित है ।

नोएडा में शुक्रवार को ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) तीन के कम से कम 39 उल्लंघन दर्ज किए गए और रियल एस्टेट डेवलपर सहित अन्य उल्लंघनकर्ताओं पर 24.30 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. नोएडा प्राधिकरण द्वारा 26 चालान किए गए, जबकि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (नोएडा कार्यालय) ने 13 मामले दर्ज किए. नोएडा प्राधिकरण ने एक बयान में कहा कि उसने जीआरएपी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वाली 26 इकाइयों पर 13.80 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. प्राधिकरण ने कहा कि उसकी 14 टीमें जीआरएपी नियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिदिन निर्माण स्थलों, सड़कों और खुली जगहों का निरीक्षण कर रही हैं.

उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (UPPCB) के क्षेत्रीय अधिकारी उत्सव शर्मा ने कहा कि इसके अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 13 इकाइयों पर 10.50 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. जिसमें एक रियल एस्टेट डेवलपर पर पांच लाख रुपये का जुर्माना भी शामिल है. इस बीच, नोएडा फेडरेशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स एसोसिएशन (NOFAA) ने प्रदूषण पर अंकुश लगाने के वास्ते गाड़ियों के लिए ऑड-ईवेन योजना लागू करने की मांग की है ।

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