Bageshwar Dham Update: 50 हजार से ज्यादा संत उतरेंगे पीठाधीश शास्त्री के समर्थन में
लगातार विवादों में चल रहे बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को साधु-संतों का समर्थन मिल गया है. अगर उन पर कोई आरोप या कार्रवाई होती है तो 50 हजार संत सड़कों पर उतरेंगे. मध्य प्रदेश के संत-पुजारी संगठन ने शनिवार को उनके समर्थन में प्रस्ताव पारित किया. संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र दीक्षित ने कहा कि हम बागेश्वर धाम सरकार का समर्थन करते हैं और उनके ऊपर लगाए गए आरोपों की निंदा करते हैं ।
न्यूज जंगल नेशनल डेस्क :- मध्य प्रदेश का संत-पुजारी संगठन बहुचर्चित बागेश्वर धाम के पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के समर्थन में उतर आया है और संतों ने संगठन की बैठक में शनिवार को शास्त्री के समर्थन में प्रस्ताव पारित किया है । उन्होंने चेतावनी दिया है कि धर्मेंद्र कृष्ण शास्त्री के खिलाफ यदि किसी तरीके की साजिश हुई, तो उसके खिलाफ साधु-संत समाज सड़क पर उतरेगा । और 50 हजार साधु-संत सड़कों पर प्रदर्शन कर सकते है ।
यह प्रस्ताव संगठन की बैठक में उस वक्त रखा गया था जब भोपाल के गांधी भवन में उसका स्थापना दिवस समारोह आयोजित किया गया था और प्रस्ताव में बोला गया है कि कोई संस्था या समाज अगर पीठाधीश धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के ऊपर आरोप लगाता है या उनकी प्रतिष्ठा पर अंकुश लगाता है तो उसके विरोध में 50 हजार संत सड़कों पर उतरेगे । संत-पुजारी संगठन के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र दीक्षित ने बोला है कि हम बागेश्वर धाम सरकार का समर्थन करते हैं और उनके ऊपर लगाए गए आरोपों की एकमत होकर निंदा करते हैं ।
मामला बर्दाश्त के बाहर
उन्होंने बोला कि कोई अगर किसी वैदिक धर्माचार्य, कथाकार की निंदा और अपमान करेगा, तो उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे । और बागेश्वर धाम सरकार के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का हम समर्थन करते हैं । यदि उनके खिलाफ किसी भी तरीके की साजिश या कार्रवाई करी जाती है तो साधु संत समाज सड़क पर उतर कर विरोध प्रदर्शन करेगा और दीक्षित ने 18 मार्च को संगठन की रैली निकालने की भी घोषणा करी है । संगठन के प्रमुख पंडित चंद्रशेखर तिवारी ने बोला है कि सनातन धर्म और हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ लगातार टिप्पणी और उनका अपमान किया जा रहा है ।
किसी दूसरे धर्म पर टिप्पणी क्यों नहीं
उन्होंने बोला कि अब ऐसे लोगों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा । और उनका बॉयकॉट किरा जाएगा । और किसी दूसरे धर्म के खिलाफ इस तरह की बातें नहीं करी जातीं है । उन्होंने कहा कि अंधविश्वास की बात की जा रही है, जबकि भगवान हनुमान के पास भूत पिशाच नहीं आते हैं । और ऐसे में अंधविश्वास का सवाल नहीं होता है । और यदि कोई समिति इस पर सवाल खड़े करती है तो उसे भी हम खुली चुनौती देते हैं ।
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