26 नवंबर से शुरु होगा अडानी मैराथन,सशस्त्र बलों के सम्मान में बड़ी संख्या में शामिल होंगे युवा

0

News Jungal Desk : अपने 7वें संस्करण के साथ भारतीय एथलेटिक्स कैलेंडर के बहुप्रतिक्षित घटनाक्रमों में से एक अडानी अहमदाबाद मैराथन का भव्य आयोजन 26 नवंबर को आयोजित होना तय है. 21 सितंबर से इस मैराथन में प्रतिभाग करने के लिए पंजीकरण की शुरुआत हो जाएगी. इस वर्ष की मैराथन अहमदाबाद में साबरमती रिवरफ्रंट पर सुरम्य रिवरफ्रंट स्पोर्ट्स पार्क, पालडी में शुरू और समाप्त होगी.

अडानी में प्रतिभाग करने वाली श्रेणियों में पूर्ण मैराथन (42.195 किमी), हाफ मैराथन (21.097 किमी), 10 किमी दौड़ और 5 किमी दौड़ हैं. अडानी अहमदाबाद मैराथन एसोसिएशन ऑफ इंटरनेशनल मैराथन एंड डिस्टेंस रेस (AIMS) द्वारा प्रमाणित है. जिसमें रेस निदेशक के रूप में AIMS के उपाध्यक्ष और तकनीकी निदेशक डेव कैंडी होंगे. ऑस्ट्रेलिया के सबसे अनुभवी मैराथन निदेशक कैंडी 30 वर्षों तक कैनबरा मैराथन और सिडनी ओलंपिक मैराथन के लिए भी रेस निदेशक रहे हैं.

अडानी अहमदाबाद मैराथन हर किसी को न केवल पदक जीतने का मौका देता है, बल्कि सशस्त्र बलों और राष्ट्र के कल्याण के लिए दान करने का मौका भी देता है. फिलॉन्थ्रपी पार्टनर के रुप में यूनाइटेड वे इंडिया मैराथन को सकुशल संपन्न कराने के प्रयासों को सुव्यवस्थित करने में मदद करेगा. सभी प्रतिभागी सशस्त्र बलों के कल्याण, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा, आजीविका, पर्यावरण, स्थिरता, आपदा राहत और पुनर्वास, विविधता, समानता, समावेश और एनजीओ क्षमता निर्माण जैसे कारणों का समर्थन करना चुन सकते हैं. धावक चैरिटी बिब्स का चयन करके धन उगाहने में संलग्न हो सकते हैं, जो आय का एक हिस्सा चुने हुए कारणों के लिए आवंटित करता है.

मैराथन में, भारतीय सेना युवाओं को सशस्त्र बलों armed forces में शामिल होने के लिए प्रेरित करने के लिए अपने कुछ सबसे प्रभावशाली हथियार प्लेटफार्मों का प्रदर्शन करेगी. मैराथन, जिसमें हर साल पंजीकरण बढ़ रहा है, न केवल स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देता है बल्कि देश भर में कई लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का मार्ग भी प्रशस्त करता है.

यह भी पढे : घर में भिनभिना रही हैं मक्खियां? इन 5 तरीकों से करें दूर ,कभी नहीं आएंगें नजर घर में कीड़े

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed