Uttarakhand Foundation Day 2022: कब मिला उत्तराखंड को राज्य का दर्जा, क्या है इसका इतिहास
उत्तराखंड जिसे ‘देवभूमि’ भी कहा जाता है। लकिन इसे देवभूमि के नाम से क्यों जाना जाता है? क्या है इसकी वजह चार धाम यात्रा है, साहसिक खेल, योगियों और साधुओं के साथ आध्यात्मिक गतिविधियाँ…..
News Jungak Desk: उत्तराखंड जिसे ‘देवभूमि’ भी कहा जाता है। लकिन इसे देवभूमि के नाम से क्यों जाना जाता है? क्या है इसकी वजह चार धाम यात्रा है, साहसिक खेल, योगियों और साधुओं के साथ आध्यात्मिक गतिविधियाँ, या इसकी प्राकृतिक सुंदरता या फिर ये सब।
राज्य के खूबसूरत हिमालय आपको शांति और आध्यात्मिकता के साहसिक कार्य के लिए प्रेरित कर सकता है। साल 2000 में देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में स्थित प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थल को उत्तर प्रदेश के उत्तरी हिस्सों से अलग कर राज्य का दर्जा मिला। बता दे कि पूर्व में उत्तरांचल के रूप में जाना जाने वाला हिमालय पर्वत श्रृंखला वाला राज्य उत्तर में चीन और पूर्व में नेपाल के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमाएं को भी साझा करता है।
आपको बता दे कि उत्तराखंड को 9 नवंबर 2000 को 27वां राज्य घोषित किया गया था। वही साल 2007 में इसे उत्तरांचल के जगह उत्तराखंड नाम मिला। इस राज्य का इतिहास कुषाणों, कुदिनों, कनिष्क, समुद्रगुप्त, कटारिया, पलास, चंद्रों और पवारों के महान राजवंशों से संबंधित हैं।
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