देश के प्रथम कृषि व विज्ञान पत्रकारिता पाठ्यक्रम का शुभारम्भ, जागरण समूह व CSA की पहल

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देश के प्रथम कृषि व विज्ञान पत्रकारिता पाठ्यक्रम के एमओयू समारोह में उपस्थित जिम्सी व सीएसएयू फैकल्टी धीरज शर्मा व प्रो विजय यादव, नीति आयोग के सदस्य डा रमेश चंद्र, दैनिक जागरण समूह के चेयरमैन डॉ महेन्द्र मोहन गुप्त, राज्यपाल सुश्री आनंदी बेन पटेल, सीएसए विश्वविद्यालय कानपुर के कुलपति प्रो डीआर सिंह, यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख व जागरण पत्रकारिता संस्थान (जिम्सी) के निदेशक प्रो उपेंद्र पाण्डेय । (बायें से दाहिने)

न्यूज जंगल कानपुर डेस्क : -देश में प्रथम कृषि पत्रकारिता एवं विज्ञान संचार स्नाकोत्तर संयुक्त दोवर्षीय डिप्लोमा, दैनिक जागरण समूह एवं चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर द्वारा शुभारम्भ
आज भी हमारे देश के 57.8 फीसद से अधिक परिवारों का जीवकोपार्जन मुख्यतः कृषि ही है। कुल श्रमिकों का लगभग 55 फीसद रोजगार कृषि पर ही आधारित है। ग्रामीण सामाजिक परिवेश में आज भी विभिन्न प्रकार की भ्रातियां, कुरीतियां, अशिक्षा एवं गरीबी व्याप्त है, प्रदेश एवं केन्द्र सरकार द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों के सामाजिक एवं आर्थिक विकास हेतु विभिन्न योजनाएं चलायी जा रही हैं।

इन योजनाओं से अन्तिम पायदान पर आवासित लोगों को यथार्थ में सम्पूर्ण लाभ मिलने की राह में सबसे बड़ी बाधा सूचना एवं समुचित विज्ञान संचार का अभाव है, क्योंकि आज भी ग्रामीण अंचल विभिन्न सांस्कृतिक सामुदायिक, शैक्षिक रूप से अपने को सक्षम नहीं बना पाया है। जिसके समाधान में कृषि पत्रकारिता एवं विज्ञानसंचार की अति आवश्यकता महसूस की जा रही है। उपरोक्त परिस्थितियों के सार्थक समाधान हेतु चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय और दैनिक जागरण प्रणीत जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट एण्ड मास कम्युनिकेशन ने संयुक्त रूप से अपने प्रयासों द्वारा Post Graduate Diploma In Agri –Journalism And Science Communication कृषि पत्रकारिता एवं विज्ञान संचार स्नाकोत्तर डिप्लोमा के संचालन का निर्णय लिया है। जिसे प्रदेश सरकार द्वारा अनुमति प्रदान कर दी गयी है। इस संयुक्त डिप्लोमा प्रोग्राम के सहमति प्रपत्र पर माननीय राज्यपाल, उत्तरप्रदेश, श्रीमती आनन्दी बेन पटेल की गरिमामयी उपस्थिति एवं आशीर्वाद से डा. डी.आर. सिंह, मा. कुलपति, चंद्रशेखर आजाद कृषि विश्वविद्यालय और डा. महेन्द्र मोहन गुप्त, चैयरमैन, दैनिक जागरण समूह जागरण इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेन्ट एण्ड मास कम्युनिकेशन के मध्य आज दिनांक 11 जनवरी, 2023 को सम्पन्न हुआ है।

इस अवसर पर माननीय कृषि, कृषि एवं अनुसंधान मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही जी, माननीय कृषि, कृषि एवं अनुसंधान राज्यमंत्री श्री बलदेव औलख एवं नीति आयोग के माननीय सदस्य डा. रमेशचन्द्र की उपस्थिति ने समारोह की भव्यता प्रदान की।
कृषि पत्रकारिता समाचार पत्रों और पत्रिकाओं में मुख्य रूप और ग्रामीण क्षेत्र से जनता की सामान्य आवश्यकताओं, अभिव्यक्तियों, जीवकोपार्जन आदि के लिये राज्य, राष्ट्रीय और अन्तरराष्ट्रीय नीतियों को व्यक्त करने के लिए वहां के जनमानस के विभिन्न पहलुओं पर समाचार और विचारों का प्रकाशन है। यह सरकारी नीतियों और निर्णयों पर सरकार की जनता की प्रतिक्रिया को भी ध्यान में लाने का एक सशक्त माध्यम है।
आज कृषि और ग्रामीण क्षेत्र के विकास के लिए कृषि पत्रकारिता की भूमिका पर शोधकर्ताओं, विद्वानों, नीति निर्माताओं, प्रशासकों, उद्योगपतियों और कृषक समुदाय द्वारा यह जानने के लिए कि सरकारों की विकास योजनाएं, योजनाओं का क्रियान्वयन और समीक्षा, आजीविका के लिए विपणन कैसे किया जाता है, पर्यावरण के अनुकूल तरीके, कृषि व्यवसाय के कारण न केवल विकसित देशों में, बल्कि भारत जैसे विकासशील देशों में भी कृषि पत्रकारिता की मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।
निसंदेह विज्ञान संचार विज्ञान की बुनियादी समझ को संप्रेषित करने में मत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, ग्रामीण जनमानस के बीच वैज्ञानिक सोच का प्रसार कर विज्ञानको उनके लिए सुलभ एवं उपयोगी बनाने का सशक्त माध्यम है। वैज्ञानिक प्रयोगशालाओं और शैक्षणिक संस्थानों में डिजिटल संचार, उपकरणों, मीडिया और नवाचारों का बुनियादी ज्ञान कृषि पत्रकार के द्वारा आम ग्रामीण लोगों में सामाजिक-आर्थिक परिवर्तन के लिए एक सेतु का निर्माण करने में सक्षम है। विज्ञान संचार में एक ऐसी जगह बनाने की क्षमता है जहां से एक नई क्रांति जन्म ले सकती है। ग्रामीण जनता के बीच वैज्ञानिक नवाचारों और प्रगति के बारेमें सूचना और शिक्षा का प्रसार रूचि और जागरूकता पैदाकर ग्रामीण युवाओं को नये नये अवसरों को प्रदान करने के साथ साथ उन्हें राष्ट्रीय एवं अन्तरराष्ट्रीय फलक पर पहुंचाने में कारगर है।
कृषि पत्रकारिता एवं विज्ञान संचार स्नाकोत्तर डिप्लोमा क्यों ?
ऽ सरकार के विजनऔरमिषन के साथ ग्रामीण विकास के लिए नई पहल के लिये।
ऽ ग्रामीण कृषि की मुख्य समस्याओं को हल करने एवं सरकारी योजनाओं और नीतियों के प्रभावी तरीके से लागू करने, उनकी महत्वपूर्ण समीक्षा और प्रभावी कारकों के आंकलन एवं समाधान हेतु एक नये मानव संसाधन विकास तंत्र सृजन हेतु।
ऽ कृशि उद्योगों एवंउद्यमियों के विकास में गतिशीलता लाने,
ऽ ग्रामीण रोजगार विस्तार,
ऽ आत्मनिर्भर गांव बनाने,
ऽ प्रभावी आपदा प्रबंधन विकास,
ऽ ग्रामीण जनमानस के समाजिक, शैक्षणिक एवं आर्थिक सुधार,
ऽ ग्रामीण क्षेत्रों में विज्ञान के प्रति जागरूकता पैदाकरने,
ऽ नयी पत्रकारिता का नया दौर

कृषि पत्रकारिता एवं विज्ञान संचार स्नाकोत्तर डिप्लोमा किस के लिये ?
डिप्लोमा प्रोग्राम में प्रवेश पाने के लिए आवश्यक आर्हता
B.Sc. Ag. Horticulture, Forestry, Community Science, B.Sc. Biology, B.Sc. Fisheries, Bio Technology, Microbiology, B.Tech (Agriculture Engg., Food Tech, Dairy Tech.), B.Sc. BJMC, BAJMC or any graduate other than above mentioned discipline having two years’ experience in active journalism.

जनवरी, 2023 के अन्तिम सप्ताह से शुरू हो रहे दो वर्षीय कृषि पत्रकारिता एवं विज्ञान संचार स्नाकोत्तर डिप्लोमा में इस वर्ष 40 सीटें निर्धारित की हैं जिनमें छात्र-छात्राओं का चयन लिखित एवं साक्षात्कार के आधार पर किया जायेगा। इसमें प्रथम एवं तृतीय सेमेस्टर का संचालन दैनिक जागरण प्रणीत जागरण इंस्टीट्यूट आफॅ मैनेजमेन्ट एण्ड मास कम्युनिकेशन एवं द्वितीय एवं चतुर्थ सेमेस्टर का संचालन चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर में किया जायेगा। दोनों संस्थानों का सामूहिक प्रयास होगा कि प्रवेश पाने वाले छात्र-छात्राओं को पत्रकारिता, विज्ञानसंचार, संवाद, कृषि का सामान्य ज्ञान, कृषि, कृषि उद्योग, विपणन, आधुनिक प्रजातियों एवं तकनीकी विकास, नवोन्मेषी प्रयोग, कृषि विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों, विषयों, कृषि विज्ञान केन्द्रों पर प्रयोगात्मक अध्ययन, डाक्यूमेन्टरी, प्रजेन्टेशन, कम्प्यूटर, प्रोग्राम स्किल, एग्रीस्टार्टप आदि विषयों के साथ साथ ग्रामीण प्रबन्धन, सामाजिक आर्थिक पहलुओं, सरकारी, गैरसरकारी योजनाओं की समीक्षापयोगी, विषयवस्तु आदि को समावेशित किया जायेगा।
इस द्विवर्षीय प्रोग्राम को मूर्तरूप में लाने में डा. डी.आर. सिंह, मा. कुलपति एवं डा. महेन्द्र मोहन गुप्त, चेयरमैन, दैनिक जागरण समूह के कुशल मार्गदर्शन प्रेरणा, प्रोत्साहन द्वारा प्रो. विजय कुमार यादव,चन्द्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर एवं प्रो. उपेन्द्र नाथ पाण्डेय, दैनिक जागरण संस्थान एवं उनकी टीम श्री धीरज शर्मा, अक्षिता वर्मा ने अथक परिश्रम द्वारा क्रियान्वित किया है।

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