नई संसद में कर्मचारियों की बदलेगी वेशभूषा,शर्ट पर कमल का फूल, सिर पर मणिपुरी टोपी,ऐसा होगा लुक

0

News Jungal Desk : संसद भवन के कर्मचारियों को लेकर एक नई रणनीति तैयार की गई है । बताया जा रहा है कि संसद भवनके कर्मचारियों ड्रेस को लेकर नई जानकारी सामने आई है । अब संसद में जाते ही परिधान बदल जायेगा । जो पूरी तरह से भारतीयता को प्रेरित करता है । संसद भवन Parliament House में मार्शल के तौर पर काम करने वाले कर्मचारी क्रीम रंग का कुर्ता और पैजामा पहनेंगे. इसके अलावा संसद भवन की महिला कर्मचारी डिजाइन की हुई साड़ी पहनेंगी

गणेश चतुर्थी के मौके पर नई संसद में कार्यवाही शुरू होने वाली है, जिसको लेकर तैयारियां तेजी से शुरु हैं. इस बीच संसद भवन के कर्मचारियों के परिधान को लेकर बड़ा बदलाव किया जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक संसद भवन के कर्मचारियों के लिए नई पोशाक डिजाइन की गई है. कर्मचारियों की नई ड्रेस भारतीयता से प्रेरित होगी. वहीं संसद भवन में मौजूद रहने वाले मार्शल भी अब सफारी सूट की जगह क्रीम रंग का कुर्ता और पैजामा पहनें नजर आयेगा .

इसके अलावा पीजीडी की ड्रेस में भी बदलाव किया जाएगा. साथ ही महिला कर्मचारी नई डिजाइन की साड़ियां पहनेंगी. कर्मचारियों के नए पोशाक को National Institute of Fashion Technology NIFT ने डिजाइन किया है. इसके तहत सचिवालय के कर्मचारियों का बंद गला सूट से बदल कर मैजेंटा या गहरे गुलाबी रंग की नेहरु जैकेट कर दी जाएगी. उनके शर्ट भी गहरे गुलाबी रंग के होंगे, जिन पर कमल का फूल बना होगा और वे खाकी रंग की पैंट पहनेंगे.

साथ ही लोकसभा और राज्यसभा के मार्शल की ड्रेस भी बदली जा रही है. अब वे मणिपुरी पगड़ी पहनेंगे. संसद भवन के सुरक्षा कर्मचारियों की वेशभूषा भी बदली जाएगी. अब तक वे सफारी सूट पहनते आए हैं। इसके बजाए उन्हें सैनिकों की तरह कैमोफ्लेज ड्रेस दी जाएगी. बता दें कि 18 सितंबर को पहले दिन पुराने संसद भवन में ही बैठक होगी

साथ ही लोकसभा और राज्यसभा के मार्शल की ड्रेस भी बदली जा रही है । अब वे मणिपुर पगड़ी पहनेंंगे ,संसद भवन के सुरक्षा कर्मचारियों की वेशभूषा भी बदली जा सकती है । अब तक वे सफारी सूट पहनते नजर आये है ,अब वे सैनिको की तरह वे कैमोफ्लेज ड्रेस दी जाएगी .बता दें कि 18 सितंबर को पहले दिन पुराने संसद भवन में ही बैठक होगी.

यह भी पढ़े : बच्चों के दांतों हो रही इन बीमारियों को नजरंदाज करना पड़ेगा भारी,जानें लक्षण

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *