नेपाल: विमान हादसे में चार भारतीय युवकों की मौत

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नेपाल के पोखरा में येति एयरलाइंस का विमान क्रैश हुआ, गाजीपुर के अलावलपुर अफगा इलाके में शोक का माहौल ने पाल के पोखरा में हुए विमान हादसे ने गाजीपुर के अलावलपुर अफगा इलाके को गमगीन बना दिया है.चारों तरफ सन्नाटा पसरा गया हैं। विमान हादसे के शिकार हुए चार लोग यहीं के निवासी थे और अलग-अलग व्यवसाय करते थे। इन चारों की उम्र 22 से 27 साल के बीच बतायी जा रही हैं। 

न्यूज जंगल डेस्क :-नेपाल के पोखरा में हुए विमान हादसे ने गाजीपुर के अलावलपुर अफगा इलाके को गमगीन बना दिया है। साथ ही चारों तरफ सन्नाटा पसरा गया है। विमान हादसे के शिकार हुए चार लोग यहीं के निवासी थे और अलग-अलग व्यवसाय करते थे। इन चारों की उम्र 22 से 27 साल के बीच थी। 

अलावलपुर अफगा का सोनू जायसवाल (23) पुत्र राजेन्द्र जायसवाल अपने चार भाइयों में सबसे छोटा था। गाजीपुर में ही एक शराब दुकान का दुकानदार था। उसने अपने परिवार से अलग रहकर बनारस में सारनाथ में घर भी बना लिया था लेकिन वह हमेशा अपने गाजीपुर के दोस्तों के साथ घूमने के लिए बाहर जाता रहता था।

सोनू के घर अलावलपुर अफगा में उसके घर पर ताला लगा था. मकान में कोई नहीं था. उसका परिवार बनारस में था. सोनू के दोस्त दिलीप वर्मा ने बताया कि सोनू उसका बहुत अच्छा मित्र था। नेपाल जाने से पहले उसने उनसे भी चलने के लिए कहा था। परंतु दिलीप अपनी बेटी की तबियत खराब होने के चलते नहीं जा पाया। दिलीप ने बताया कि सुबह करीब साढ़े आठ बजे हमारी बात सोनू से हुई थी। उसने कहा था कि हम अब काठमांडू में पशुपतिनाथ के दर्शन करके पोखरा के लिए विमान से निकल रहे हैं। 17 जनवरी को वापस आकर साथ में हम लोग पार्टी करेंगे.

विमान हादसे में जान गंवा चुके धरवा थाना नोनहरा के अभिषेक कुशवाहा 25 वर्षके थे। चंद्रमा कुशवाहा के पुत्र अभिषेक दो भाइयों में छोटे थे और अलावलपुर बाजार में ही सहज जन सेवा केंद्र चलाते थे। अलावलपुर में उनके सबसे नजदीकी दोस्त रवि गुप्ता ने बताया कि हादसा 15 जनवरी को हुआ इसके एक दिन बाद ही 16 जनवरी को अभिषेक का जन्मदिन था। रवि ने नम आंखों से बताया कि काठमांडू से पोखरा निकलने के पहले सोनू से व्हाट्सऐप ग्रुप में जुड़े सारे दोस्तों से बात हुई थी.

मृतकों में अलावलपुर अफगा का निवासी विशाल शर्मा (22) पुत्र संतोष शर्मा दो भाइयों में सबसे बड़ा था। वह एक बाइक की एजेंसी में सेल्समेन का काम कर रहा था। पूरे परिवार की जिम्मेदारी विशाल के ही कंधों पर थी। विशाल की मौत की खबर अभी उसकी मां को नहीं बताई गई है. उसकी मां हृदयरोग की मरीज है,लोग इसलिए उन्हें बताने से परहेज कर रहे हैं.

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