बिकरु कांड में अरेस्ट हुई खुशी दुबे की मां गायत्री जी गोविंद नगर से लड़ेंगी चुनाव

मैं ब्राह्मण हूं महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने सभी पार्टियों से किया आवाहन

न्यूज़ जंगल नेटवर्क, कानपुर : श्री दुर्गेश मणि त्रिपाठी ने साफ कहा की मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं के नारे से कोई फायदा नहीं है यदि आप किसी निर्दोष बच्ची को न्याय ना दिला सके यह कहते हुए उन्होंने यह ऐलान किया की गोविंद नगर विधानसभा से वह बिकरु कांड में अरेस्ट हुई खुशी दुबे की मां गायत्री दुबे को चुनाव में उतारेगी.

खुशी दुबे ने आरोप लगाया कि बिकरू केस के बाद पुलिस उसे जबरन उठा ले गई थी. 

 कानपुर के बिकरू गांव मेंदो-तीन जुलाई 2020 को माफिया और गैंगस्टर विकास दुबे के गुर्गों ने डीएसपी समेत आठ पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. पुलिस विकास समेत 6 बदमाशों को एनकाउंटर में मार दिया था. फिलहाल, 50 आरोपी जेल में बंद हैं. वहीं, एनकाउंटर में मारे गए आरोपी अमर दुबे की पत्नी खुशी भी जेल में बंद है. खुशी ने पॉक्सो कोर्ट में एक प्रार्थना पत्र दिया है, जिसमें पुलिस वालों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं.

खुशी दुबे ने आरोप लगाया कि बिकरू केस के बाद पुलिस उसे जबरन उठा ले गई थी. चार दिनों तक उसे चौबेपुर थाने में रखकर प्रताड़ित किया गया. आठ जुलाई को उसकी गिरफ्तारी दिखायी गयी है. इसमें पुलिस ने चार दिनों का जिक्र नहीं किया है. खुशी ने पुलिस कर्मियों के खिलाफ कोर्ट से आदेश कर रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है.

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वही, खुशी दुबे का केस लड़ रहे अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित का कहना है कि जिस वक्त खुशी की गिरफ्तारी हुई, उस वक्त वह नाबालिग थी. नाबालिग को चार दिन तक गैर कानूनी तरीके से थाने में रखकर प्रताड़ित करना गम्भीर अपराध की श्रेणी में आता है.

अधिवक्ता शिवाकांत दीक्षित ने कहा कि आरोपी पुलिस वालों के ऊपर पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज होना चाहिए. उन्होंने दावा किया है कि चार दिन तक थाने में रखने के कई प्रमाण उनके पास है. कुछ वीडियो भी है.

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