IIT : एक से आठ तक के छात्रों को मिलेगी नई तकनीक की जानकारियां
News Jungal Desk Kanpur : आईआईटी कानपुर और मोतीलाल नेहरू इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी सूबे में गवर्नमेंट स्कूलों की शिक्षा को हाईटेक करने का प्रबंध करने में लगे हैं। यहां के विशेषज्ञ मैथ्स और साइंस के कोर्स में नई तकनीकों को जोड़ेंगे। शासन ने दोनों संस्थानों से प्रस्ताव मांगे थे, जिसके बाद सरकार ने इसको मंजूरी दे दी। इस कार्य में बेसिक शिक्षा विभाग, राष्ट्रीय आविष्कार लैब और आईआईटी के पुरातन छात्रों की संस्था सहयोग करेगी। दोनों संस्थानों का शिक्षा विभाग के साथ करार भी हुआ है। यह कार्य विभिन्न चरणों में किया जाएगा।
दोनों संस्थान छात्रों को तकनीकी ज्ञान देंगे
नई शिक्षा नीति 2022-23 के अंदर सरकारी स्कूलों में अधिक से अधिक तकनीकी ज्ञान, रोजगार और मनोरंजन से भरपूर शिक्षा देने की तैयारी में है। आईआईटी कानपुर को कानपुर मंडल के आठ स्कूल और मोतीलाली नेहरू इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलॉजी को प्रयागराज मंडल के आठ स्कूल दिए गए है। यहां के विशेषज्ञ छात्रों को सरल तरीके से ड्रोन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्टार्टअप, पेटेंट, रिसर्च, मैथमेटिकल मॉडलिंग, बायो टेक्नोलॉजी और अन्य विषयों के बारे में जानकारी दी जाएगी। यह जानकारी इन स्कूलों के शिक्षकों को दी जाएगी, जो कि मास्टर ट्रेनर कहलाए जाएंगे। यह मास्टर ट्रेनर अन्य स्कूलों के शिक्षकों को ट्रेनिंग देंगे।
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खेल-खेल में सीखेंगे मैथ्स और साइंस का फंडा
राष्ट्रीय आविष्कार लैब के राष्ट्रीय संयोजक अवनीश त्रिपाठी ने बताया कि कक्षा एक से आठ तक के छात्रों को खेल खेल में मैथ्स और साइंस का फंडा सिखाया जाएगा। आईआईटी और एमएनआईटी के विशेषज्ञ तीन वर्षों तक स्कूलों पर नजर रखेंगे। उनकी शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करेंगे। यह क्रम आगे तक जारी रहेगा।
विशेषज्ञों से रुबरू हो सकेंगे छात्र-छात्राओं
शैक्षणिक संस्थानों और विभिन्न कंपनियों और औद्योगिक इकाइयों के विशेषज्ञों से छात्र-छात्राएं रूबरू हो सकेंगे। वे अपने बचपन और स्कूली जीवन के बारे में जानकारी देंगे। छात्र जीवन में आई कठिनाइयों से अवगत कराएंगे।