गाजियाबाद उत्तर भारत का सबसे प्रदूषित शहर, नोएडा, दिल्ली अगले नंबर पर

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गाजियाबाद देश के सबसे प्रदूषित शहरों में 6वें स्थान पर पहुंच गया है. यहां का एक्यूआई लेवल 176 पर पहुंच गया है, ये यलो ज़ोन में आ गया है. सर्दी की शुरुआत से पहले ही प्रदूषण बढ़ रहा है, जबकि दिल्ली एनसीआर सहित गाजियाबाद में 1 अक्टूबर से ग्रेप सिस्टम लागू कर दिया गया है.

  News jungal desk : देश के सबसे प्रदूषित शहरों में गाजियाबाद 6वें नंबर पर आ गया है । और बुधवार को गाजियाबाद का एयर क्वालिटी लेवल 78.3 था, जबकि गुरुवार की सुबह एक्यूआई लेवल 176 है । और यानी गाजियाबाद अब प्रदूषण के मामले में यलो ज़ोन में आ गया है । और सर्दियों के शुरू होने से पहले शहर में प्रदूषण बढ़ा रहा है ।

देश में बढ़ते प्रदूषण की वजह से लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा बढ़ रहा है । और देश के सबसे प्रदूषित शहरों में गाजियाबाद शहर का नंबर 6 पर आना चिंताजनक है . और बुधवार को गाजियाबाद की वायु गुणवत्ता का स्तर 78.3 था. इसके बाद गुरुवार सुबह यहां का एक्यूआई स्तर 176 पर पहुंच गया है । इससे गाजियाबाद प्रदूषण के येलो ज़ोन में आ गया है । ऐसे में सर्दी का मौसम शुरू होने से पहले शहर में प्रदूषण बढ़ना खतरे का संकेत है ।

1 अक्टूबर से लागू है ग्रेप सिस्टम
दिल्ली एनसीआर सहित गाजियाबाद में 1 अक्टूबर से ग्रेप सिस्टम लागू कर दिया गया है । इसके तहत अब इन इलाकों में डीजल से चलने वाले जनरेटर को चलाने पर प्रतिबंध रहेगा । इसके बावजूद शुरुआती दिनों में ही पॉल्यूशन का स्तर बढ़ना शुरू हो गया है. स्वतंत्र थिंक टैंक क्लाइमेट ट्रेंड्स और टेक फर्म रेस्पिरर लिविंग साइंसेज ने एक विश्लेषण किया है। जिससे पता चला है कि आइज़ॉल और मिजोरम में भारत की सबसे स्वच्छ हवा है. इसमें PM 2.5 का स्तर केवल 11.1 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर है ।

सर्दी के साथ और बढ़ सकता है प्रदूषण
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक सर्दी के मौसम में प्रदूषण बढ़ता है. क्योंकि इस मौसम में लोग पॉलिथीन के साथ-साथ दूसरी चीजों को भी जलाते हैं. इस कारण धुएं के रूप में धुंध वातावरण में फैल जाती है. इस कारण जैसे-जैसे सर्दी बढ़ेगी, वैसे-वैसे धुंध की वजह से और ज्यादा प्रदूषण हो सकता है. इसके अलावा गाड़‍ियों और फैक्ट्री का धुआं भी हवा को जहरीला बनाने का काम करता है.

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