नेपाल में कल हुए भीषण विमान हादसे में भूकंप की तरह हिली जमीन
नेपाल में कल हुए विमान हादसे को लेकर कई चश्मदीद सामने आए हैं. मौके पर मौजूद लोगों ने हादसे के वक्त की भीषण घटना का खुलासा किया है. लोगों ने बताया कि हादसे के बाद जमीन हिल गई थी. ऐसा लगा जैसे भूकंप (Earthquake) आया गया हो
न्यूज जंगल इटंरनेशनल डेस्क :- नेपाल में कल यानी रविवार को हुए भीषण विमान हादसे में 68 लोगों की मौत हो गई है । हादसे के बाद घटनास्थल पर हाहाकार मच गया है आग की लपटों में विमान धू-धू कर जलने लगा है । और हादसा इतना भीषण था कि घटना स्थल पर पूरी जमीन हिल गई थी । और ऐसा लगा जैसे भूकंप आया गया हो । पोखरा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के पास विमान भीषण दुर्घटना का शिकार हो गया है । और विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से कुछ क्षण पहले विमान के उतरने का वीडियो रिकॉर्ड करने वाले एक प्रत्यक्षदर्शी ने बोला कि उसने विमान को नीचे उड़ते हुए देखा है और फिर वह अचानक बायीं ओर मुड़ गया था ।
भूकंप की तरह हिली जमीन
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अपनी बालकनी से दुर्घटना को देखने वाले एक स्थानीय नागरिक दिवास बोहोरा ने बोला कि वह विमान को अचानक हवा में गोता लगाते हुए देखकर चौंक गया था और एक बार तो उसने सोचा कि विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से वह भी मर जाएगा और बोहोरा ने बोला कि मैंने जहाज देखा और मैं चौंक गया था मैंने सोचा कि आज इसके क्रैश होने के बाद यहां सब कुछ खत्म हो जाएगा और मैं भी मर जाऊंगा. । इसके दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद, लाल लपटें उठीं और भूकंप की तरह जमीन हिल गई थी और बोहोरा ने बोला कि यह सब देखकर मैं बुरी तरह डरा हुआ था । और वो दृश्य बेहद डरावना था ।
हादसे के बाद मदद के किए पुकारते रहे लोग
तीन दशकों में नेपाल में हुई सबसे भीषण विमान दुर्घटना के बाद से कई प्रत्यक्षदर्शी सामने आए हैं । और कई लोगों ने इस दर्दनाक घटना को अपनी आंखों से देखा है । और एक चश्मदीद ने बोला कि जब विमान जमीन पर उतरने लगा और वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया तो उसने विमान को खतरनाक रूप से घूमता हुआ देखा था बिष्णु तिवारी नामक एक स्थानीय जो शवों की खोज में मदद करने के लिए दुर्घटनास्थल पर पहुंचे थे । और उन्होंने बताया कि आग के मलबे के भीतर से मदद के लिए चीखें सुनाई दे रही थीं ।
भीषण हादसे के बाद का दृश्य बेहद दर्दनाक था । और लोग मदद के लिए पुकार लगा रहे थे लेकिन कोई मदद नहीं कर सका । और विष्णु ने बोला कि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि हम मलबे के पास नहीं जा सके थे और मैंने एक आदमी को मदद के लिए रोते हुए सुना, लेकिन आग की लपटों और धुएं के कारण हम उसकी मदद नहीं कर सके थे और हादसे के बाद से घटना को लेकर जांच चालू है । और यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इतना भीषण हादसा कैसे हुआ है ।
ये भी पढ़ें:- ठंड के अटैक से कांपा रूस,हफ्तेभर का तापमान माइनस 50 डिग्री