भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद से कांग्रेसियों ने कर लिया किनारा
न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर भाजपा में शामिल होने और मंत्री बनने के बाद पहली बार शहर आये जितिन प्रसाद से कांग्रेसियों ने किनारा कर लिया। भाजपा जॉइन करने से पहले कभी पारिवारिक ग्लैमर तो कभी ब्राह्मण के नाम पर साथ दिखने वाली टीम फिलहाल गायब दिख रही है। जतिन प्रसाद के करीबियों ने जब कुछ कांग्रेसियों से संपर्क करना चाहा तो बात नही बन सकी। इस संदर्भ में कांग्रेसियों का कहना है जितिन प्रसाद ने भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। इतना तो साफ है कि जतिन प्रसाद की कांग्रेसियों में सेंधमारी की कोशिश फिलहाल सफल होती नहीं दिख रही है।
क्या बोले कांग्रेसी,
जतिन के भाजपाई होने पर कांग्रेस के राजनीतिक नुकसान के बारे में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू का कहना है कि कुछ निर्णय गफलत दूर कर देते है। कुछ ऐसा ही रह है जतिन प्रसाद के साथ। उनकी हैसियत इसी बात से आंकी जा सकती है कि उनके गृह जनपद में एक भी कांग्रेसी भाजपाई नहीं हुआ। इस संदर्भ में कांग्रेस के प्रदेश सचिव विकास अवस्थी का कहना है कि ब्राह्मण चेतना परिषद से जुड़े लोगों की भावनाओं को आहत करने का कार्य किया है जतिन प्रसाद ने। भाजपा को पूर्व में उन्होंने खुद ही ब्राह्मण विरोधी बताया था। जतिन प्रसाद के कानपुर दौरे से पूर्व उनके नाम पर विकास अवस्थी सहित कुछ कांग्रेसियों से संपर्क करने की कोशिश की थी। जिस पर जतिन प्रसाद की संपर्क करने वाली टीम को सफलता हाथ लगती नहीं दिखी।
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ब्राह्मण चेतना परिषद का किया था गठन,
पिछले कुछ वर्षों में जितिन प्रसाद ने ब्राह्मण चेतना परिषद का गठन किया था। उनकी कोशिश रही थी कि वह एक ब्राह्मण नेता के तौर पर जाने जाए। इसके लिए सभी जिलों में उनके द्वारा कमेटी भी गठित की गई थी। कभी ब्राह्मण नेता बन कर उभरे जतिन प्रसाद की फैन फॉलोइंग भाजपा में जॉइन करते ही उस अंदाज में नही दिख रही है। उनकी परिषद के जिला प्रभारी रहे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के के तिवारी का कहना हैं, कि उन्होंने जितिन प्रसाद के भाजपा जॉइन करते ही सभी 250 पदाधिकारियों सहित छोड़ दिया था।