महाराष्ट्र में विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए बीजेपी ने राहुल नार्वेकर को मैदान में उतारकर सभी को चौंका दिया है. राहुल बीजेपी से पहली बार के विधायक हैं. वह शिवसेना और एनसीपी में भी रह चुके हैं. रविवार को होने वाले चुनाव के लिए एमवीए सरकार ने राजन साल्वी पर दांव खेला है
न्युज जंगल डेस्क कानपुर:— महाराष्ट्र में विधानसभा के स्पीकर पद के लिए बीजेपी ने अपने पहली बार के युवा विधायक राहुल नार्वेकर को चुना है. नई सरकार के गठन के अगले ही दिन राहुल ने नामांकन कर दिया. महाविकास अघाड़ी गठबंधन की ओर से शिवसेना विधायक राजन साल्वी को मैदान में उतारा गया है आपको बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 3 जुलाई रविवार को होगा. इसके अगले दिन एकनाथ शिंदे की अगुआई वाली नई सरकार का बहुमत परीक्षण होगा.
विधानसभा अध्यक्ष जैसे अहम पद के चुनाव के लिए बीजेपी विधायक राहुल नार्वेकर के चयन ने सभी को हैरान कर दिया है. 45 साल के राहुल पेशे से एडवोकेट हैं. वह पहले शिवसेना और एनसीपी से भी जुड़े रहे हैं बता दें कि अक्टूबर 2019 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के दौरान उन्होंने बीजेपी जॉइन की थी. पार्टी ने उन्हें साउथ मुंबई की कोलाबा विधानसभा से मैदान में उतारा था, जहां उन्होंने जीत दर्ज की. राहुल नार्वेकर इस वक्त प्रदेश बीजेपी के मीडिया इंचार्ज भी हैं.विज्ञापन
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, राहुल नार्वेकर पहले 15 साल तक शिवसेना में रह चुके हैं. बता दें कि 2014 में वह राज्य विधान परिषद का चुनाव लड़ना चाहते थे. लेकिन शिवसेना ने इनकार कर दिया. इसके बाद वह शिवसेना से इस्तीफा देकर शरद पवार की अगुआई वाली एनसीपी में शामिल हो गए. 2014 के लोकसभा चुनावों के दौरान वह एनसीपी के टिकट पर मावल सीट से मैदान में उतरे, लेकिन जीत नहीं पाए. उसके बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया, और कोलाबा से विधायक बने.
बता दें कि विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए बीजेपी की ओर से राहुल नार्वेकर के चयन पर राजनीतिक हलकों में इसलिए भी हैरानी है क्योंकि अब तक इस पद के लिए किसी वरिष्ठ और अनुभवी नेता को ही नामित करने परंपरा रही है. भाजपा के सूत्रों ने एक्सप्रेस से कहा कि नार्वेकर को इसलिए चुना गया है क्योंकि वह कानूनी और विधायी जटिलताओं से अच्छी तरह वाकिफ हैं. मौजूदा राजनीतिक हालात में उनकी विशेषज्ञता विधानसभा के संचालन में मदद करेगी. पार्टी सूत्रों ने ये भी दावा किया कि पहली बार के विधायक होने के बावजूद, नार्वेकर एक अनुभवी नेता हैं. वह लंबे समय तक कई दलों के साथ काम कर चुके हैं
राजनीति नार्वेकर के खून में रही है. उनके पिता सुरेश नार्वेकर बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) में पार्षद थे. उनके भाई मकरंद बीएमसी के वार्ड नंबर 227 से दूसरी बार पार्षद बने हैं.बता दें कि उनकी भाभी हर्षता भी बीएमसी के वार्ड नंबर 226 से पार्षद हैं. इसके अलावा, राहुल विधान परिषद के पूर्व अध्यक्ष एनसीपी के वरिष्ठ नेता रामराजे निंबालकर के दामाद हैं.
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