Barmer : तालाब में डूबने से एक ही परिवार 4 मासूम बच्चों की मौत
राजस्थान के अजमेर जिले के पीसांगन थाना इलाके में एक ही गांव चार बच्चों की तालाब में डूब (Drowning) जाने से मौत हो गई. हादसे के बाद गांव में मातम पसर गया. रेस्क्यू टीम ने मंगलवार को देर रात तालाब से बच्चों के शव निकाले. पढ़ें कैसे हुआ यह हादसा ।
न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : अजमेर जिले के पीसांगन थाना इलाके में हुए दर्दनाक हादसे में चार मासूम बच्चों की नाड़ी (तालाब) में डूबने से मौत हो गई है । एक साथ 4 बच्चों की मौत के बाद वहां सनसनी फैल गई है । हादसा पीसांगन थाना इलाके के नयागांव प्रतापपुरा में हुआ है । वहां मंगलवार को मवेशी चरा रहे थे । 4 मासूम बच्चे नाड़ी में डूब गए. मंगलवार देर रात हादसे की सूचना पर पुलिस प्रशासन और ग्रामीण मौके पर पहुंचे और उन्होंने जेसीबी मशीन से नाड़ी की पाल तुड़वाते हुए पानी की निकासी शुरू करी है । करवाई के बाद में उसमें बच्चों की तलाश करी ।
पीसांगन उपखंड अधिकारी प्रियंका बड़गुर्जर ने बताया कि अजमेर से पहुंची एसडीआरएफ टीम ने मोर्चा संभालते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया है । देर रात 12.30 बजे नाड़ी से चारों बच्चों के शव बाहर निकालने में सफलता मिल पाई और शवों को पानी से बाहर निकालने के बाद उनको पीसांगन मोर्चरी लाया गया है । वहां आज शवों का पोस्टमार्टम करवाकर उनको उनके परिजनों के सुपुर्द किया जायेगा. । बच्चों के शव देखकर उनके परिजन बिलख पड़े ।
बच्चों की उम्र 13 से 15 साल के बीच की है
हादसे में मारे गए चारों बच्चे 13 से 15 साल की उम्र के बीच के हैं. उनकी पहचान गांव के ही रहने वाले गोपाल, भोजराज, सोनाराम और लेखराज के रूप में हुई है । चारों बच्चे मवेशी चराने के लिए जंगल में गए हुए थे । वहां मवेशी चराते वक्त नहाने के लिए जोड़ वाली नाड़ी में नहाने के लिए उतर गए । देर शाम तक घर नहीं लौटने पर परिजनों को किसी अनहोनी की आशंका होने लगी ।
नाड़ी किनारे पड़े मिले बच्चों के कपड़े
मासूमों की चिंता में डूबे परिजन ग्रामीणों के साथ उनकी तलाश में जंगल की तरफ दौड़ पड़े. वहां पर भड़सूरी सरहद में स्थित जोड़ वाली नाड़ी किनारे बच्चों के कपड़े पड़े मिले. इससे परिजनों और ग्रामीणों की चिंता बढ़ गई. पहले उन्होंने अपने स्तर पर उनको ढूंढा लेकिन जब नहीं मिले तो पुलिस प्रशासन को सूचित किया. एक ही गांव के चार बच्चों की यूं मौत हो जाने से वहां मातम पसर गया. ग्रामीण रातभर सोए नहीं और वे तालाब के पास बैठे रहे. बच्चों को तलाशने में ग्रामीणों ने भी रेस्क्यू टीम की काफी सहायता की. लेकिन बाद में बच्चों के शव देखते ही वहां कोहराम मच गया ।
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