अशरफ के साले अब्दुल समद उर्फ सद्दाम ने पुलिस से पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है ।

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सद्दाम ने बताया है कि अतीक और अशरफ की हत्या के बाद गैंग के सभी सदस्य भूमिगत हो गए थे. ऐसी स्थिति में परिवार की महिलाएं ही गैंग को ऑपरेट कर रही थी. हालांकि 24 फरवरी को हुए उमेश पाल शूटआउट केस में नामजद होने के बाद ही शाइस्ता परवीन अंडरग्राउंड हो गई थी. जिसके बाद उसकी बहन और अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और अतीक की बहन आयशा नूरी सामने आई थीं.

News jungal desk : माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ की पुलिस कस्टडी में 15 अप्रैल को हत्या हो चुकी है । और लेकिन माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद उसके साम्राज्य को लेकर लगातार नए खुलासे हो रहे हैं । यूपी एसटीएफ द्वारा 28 सितंबर को दिल्ली के मालवीय नगर से गिरफ्तार किए गए अशरफ के साले अब्दुल समद उर्फ सद्दाम ने पुलिस से पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है. सद्दाम ने पुलिस को जानकारी दी है कि माफिया अतीक अहमद और भाई अशरफ की हत्या के बाद परिवार की महिलाओं ने ही अतीक गैंग की कमान थामी थी ।

सद्दाम ने बताया है कि अतीक और अशरफ की हत्या के बाद गैंग के सभी सदस्य भूमिगत हो गए थे । ऐसी स्थिति में परिवार की महिलाएं ही गैंग को ऑपरेट कर रही थी । हालांकि 24 फरवरी को हुए उमेश पाल शूटआउट केस में नामजद होने के बाद ही शाइस्ता परवीन अंडरग्राउंड हो गई थी । जिसके बाद उसकी बहन और अशरफ की पत्नी जैनब फातिमा और अतीक की बहन आयशा नूरी सामने आई थीं. दोनों महिलाओं ने 6 मार्च को प्रेस क्लब प्रयागराज में प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की थी. यही दोनों महिलाएं मुकदमों की पैरवी भी कर रही थी । अधिवक्ता से मिलने से लेकर रुपयों का इंतजाम भी जैनब फातिमा और आयशा नूरी कर रही थी । और हालांकि बाद में पुलिस ने जैनब फातिमा और आयशा नूरी को भी आरोपित कर दिया थ । इसके बाद पूरे मामले की कहानी बदल गई. दोनों महिलाएं पुलिस की नजर से दूर हो गईं हैं. फिलहाल पुलिस को अब तक शाइस्ता परवीन, जैनब फातिमा और आयशा नूरी के बारे में अब तक कोई जानकारी नहीं मिली है. शाइस्ता परवीन पर 50 हजार का इनाम भी घोषित है. इस मामले में आरोपित की गई आयशा नूरी की दो बेटियां उनजिला और मंतशा भी फरार हैं ।

गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद का गैंग आईएस 227 रजिस्टर्ड गैंग है . और इस गैंग में कभी 150 से ज्यादा सदस्य हुआ करते थे. लेकिन माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद जून माह में गैंग के पुराने 121 और नए 58 मेंबर चिन्हित किए गए थे । और माफिया अतीक अहमद की हत्या के बाद गैंग की गतिविधियां बंद नहीं हुई हैं. हालांकि परिवार की महिलाएं फरार हैं. अतीक अहमद के दो बालिग बेटों में बड़ा बेटा मोहम्मद उमर लखनऊ जेल में बंद है, जबकि दूसरे नंबर का बेटा अली अहमद नैनी सेंट्रल जेल प्रयागराज में बंद है ।

अब अतीक की हत्या के बाद उसके गैंग का नया लीडर घोषित करने की भी प्रयागराज पुलिस  तैयारी कर रही है. लेकिन पुलिस इस पशोपेश में है कि वह फरार शाइस्ता परवीन को गैंग लीडर घोषित करे या फिर अतीक के दो बेटों मोहम्मद उमर या अली अहमद में किसी एक को गैंग का लीडर घोषित करे. हालांकि शाइस्ता परवीन को गैंग लीडर घोषित करने से पुलिस बचना चाह रही है. पुलिस को इस बात का डर है कि शाइस्ता परवीन को गैंग लीडर घोषित करने से दांव उल्टा पड़ सकता है. इसलिए दोनों बेटों में किसी एक को गैंग लीडर घोषित किया जा सकता है. ज्यादा उम्मीद अतीक अहमद के दूसरे बेटे अली अहमद को लेकर लगाई जा रही है, क्योंकि अली अहमद बड़े भाई मोहम्मद उमर से ज्यादा खूंखार है और उसके खिलाफ ज्यादा मुकदमे भी दर्ज हैं. अली अहमद ने ही अधिकारियों को धमकी दी थी. उसने कहा था कि जिन अधिकारियों ने उसके घर को तोड़ा है उन्हीं अधिकारियों से एक-एक ईंट लगवाएंगे. इस मामले में भी अली अहमद के खिलाफ करेली थाने में मुकदमा दर्ज किया गया था. अली अहमद के खिलाफ रंगदारी मांगने के भी मामले दर्ज हैं.

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