एक कंपनी खरीदने को अनिल अग्रवाल ने लगा दिया पूरा जोर,10 साल बाद मिली सफलता
लीडरशिप समिट 2022 के पांचवें दिन वेदांता के फाउंडर अनिल अग्रवाल ने हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने सेमीकंडक्टर प्लांट को लेकर कंपनी की योजनओं के बारे में बात की।
Business desk : दिग्गज अरबपति अनिल अग्रवाल ने देश-विदेश में कई कंपनियों का अधिग्रहण किया है लेकिन एक ऐसी भी कंपनी थी जिसे खरीदने में उन्हें 10 साल का वक्त लग गया । लीडरशिप समिट 2022 के पांचवें दिन वेदांता के फाउंडर अनिल अग्रवाल ने इसपुरी कहानी के बारे में बताया।
समिट के दौरान अनिल अग्रवाल ने बताया कि वह करीब 10 साल से जापान की कंपनी अवानस्ट्रेट को खरीदने के प्रयास कर रहे थे। इस डील के लिए वह हर साल जापान भी जाया करते थे। अनिल अग्रवाल आगे कहते हैं कि जापान में कंपनी की बिक्री सही नहीं मानी जाती है।
हालांकि, करीब 3 साल पहले अनिल अग्रवाल ने अवानस्ट्रेट के अधिग्रहण के लिए सफलता हासिल कर ली। इस कंपनी के ताइवान, कोरिया और जापान में 2500 से ज्यादा कर्मचारी रखे गये हैं। आपको बता दें कि अवानस्ट्रेट मदर ग्लास बनाती है।
हाल ही में वेदांता ने ताइवान की फॉक्सकॉन के साथ मिलकर गुजरात में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले प्रोडक्शन प्लांट लगाने का ऐलान कर चुकी है। इसके लिए कंपनी गुजरात में 19.5 अरब डॉलर का निवेश करेगी। अनिल अग्रवाल ने कहा है कि गुजरात में प्लांट स्थापित करने की अपनी कुछ चुनौतियां हैं।
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