गांबिया में कफ सीरप से मौत के बाद यूपी में अलर्ट, डिप्टी CM ने मांगी रिपोर्ट
डब्ल्यूएचओ ने कफ सिरप (Cough Syrup) के 23 नमूनों की जांच कराई थी. इन चारों सिरप में डायथाईलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा मानक से ज्यादा मिली है. यह मीठा पदार्थ है. इसमें न तो खुशबू होती है और न ही रंग. मीठा होने के कारण बच्चे इसे आसानी से पी लेते हैं ।
न्यूज जंगल डेस्क कानपुर : अफ्रीकी देश गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत पर डब्ल्यूएचओ ने भारतीय दवा कंपनी के 4 कफ सिरप के खिलाफ एलर्ट जारी किया है और अब कफ सिरप को लेकर यूपी में अलर्ट घोषित किया है । एफएसडीए (FSDA) ने सभी ड्रग इंस्पेक्टर को इसकी बिक्री पर ध्यान रखने के निर्देश जारी किया है । यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इस संबंध में ट्वीट किया और कहा कि मैंने महानिदेशक,चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, उत्तर प्रदेश को मानक के अनुसार जांचकर कंपनी के विरुद्ध कठोरतम कार्यवाही के आदेश जारी किया हैं । साथ ही तात्कालिक रिपोर्ट 24 घंटे में और विस्तृत रिपोर्ट 3 दिवस के अंदर देने के लिए कहा है ।
UP में नहीं होती बिक्री
Cough Syrup प्रोमेथाजिन ओरल सॉल्यूशन, कोफेक्समालिन बेबी सिरप, मकॉफ बेबी कफ सिरफ, मैग्रीप एन कोल्ड सिरप हरियाणा की मेडेन फार्मास्युटिकल्स बनाती है और गाम्बिया में इन सिरप के पीने से बच्चों की मौत की सूचना मिली है । इसके बाद डब्लूएचओ ने इन सिरप को असुरक्षित घोषित कर दिया है । इसी के बाद एफएसडीए (FSDA) ने भी यूपी में इन सिरप की बिक्री का पता लगाने के निर्देश दिये हैं ।
कफ सिरप क्यों है असुरक्षित
डब्ल्यूएचओ (WHO) ने कफ सिरप (Cough Syrup) के 23 नमूनों की जांच कराई गई थी । इन चारों सिरप में डायथाईलीन ग्लाइकॉल और एथिलीन ग्लाइकॉल की मात्रा मानक से ज्यादा मिली है । यह मीठा पदार्थ है. इसमें न तो खुशबू होती है और न ही रंग. मीठा होने के कारण बच्चे इसे आसानी से पी लेते हैं. इनकी मात्रा मानक के अनुसार न होने से पेट दर्द, पेशाब न होने, किडनी की समस्या, मानसिक स्थिति गड़बड़ जैसी समस्याएं होती है ।
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