जब माफिया अतीक ने की थी गांधी परिवार की संपत्ति हड़पने की कोशिश, जानें पूरी स्टोरी..

0

माफ‍िया से नेता बना अतीक अहमद गांधी पर‍िवार की जमीन भी हड़पने की कोश‍िश कर चुका था। तब तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दखल करने के बाद अतीक अहमद को उस जमीन से कब्‍जा छोड़ना पड़ा था।

News Jungal Desk: माफिया अतीक अहमद ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी की रिश्तेदार की भी संपत्ति को हड़पने का प्रयास किया था। सिविल लाइंस में पैलेस सिनेमा के पास इंदिरा गांधी के पति फिरोज गांधी की रिश्ते में चचेरी बहन वीरा गांधी की प्रापर्टी है, जिसपर अतीक ने कब्जा कर लिया था।

घटना वर्ष 2007 की है, जब अतीक अहमद फूलपुर से सांसद था। उसका दबदबा होने के कारण शहर का कोई भी अधिकारी पीड़ित की मदद के लिए आगे नहीं आता था। तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दखल के बाद अतीक अहमद ने मजबूरीवश वीरा गांधी को मकान की चाबी वापस कर दी थी।

करोड़ों की जमीन पर किया कब्जा

एक दौर था जब माफिया अतीक और उसके गुर्गों का खौफ इतना था कि लोग अपनी जमीन बिना उसकी अनुमति के बेच भी नहीं सकते थे। माफिया अतीक के गुर्गों को जो भी जमीन, दुकान, मकान पसंद आ जाता था, उसके बारे में तुंरत ही जाकर अतीक को बता देते थे। फिर अतीक उस प्रापर्टी पर अपने हिसाब से रेट तय किया करता था। माफिया पैसा देने के बाद उस संपत्ति की रजिस्ट्री नहीं करवाता था।

जो पैसा नही लेते उनको धमकी देता था कि बिना मेरे कहे इसको किसी को भी बेचा नहीं जा सकेगा। इतना ही नहीं, उस दौर में शहर के धूमनगंज, करेली, खुल्दाबाद, लूकरगंज, सिविल लाइन, जार्जटाउन से लेकर झूंसी और नैनी तक कोई भी बड़ी जमीन या मकान कोई बेचता था तो उसका खरीदार ग्राहक अतीक की परमिशन मिले बिना पैसा नहीं देता था।

कई बार ऐसा होता था रजिस्ट्री करने के बाद उन्हें यह पता चलता था कि यह जगह पहले से अतीक गैंग को पसंद आ चुका है। ऐसे में रजिस्ट्री रद्द करनी पड़ती थी।अकूत संपत्ति बनाने वाला माफिया अतीक कोई भी संपत्ति की रजिस्ट्री अपने नाम बिल्कुल भी नही कराता था। अगर कोई जमीन या मकान पसंद आ गया है तो पैसा देकर बिना रजिस्ट्री कराए ही उसको छीन लेता था। बाद में अगर बेचना हो तो पैसा देने वाले को बुलाकर दूसरे के नाम रजिस्ट्री एग्रीमेंट करवा दिया करता था।

Read also: जम्‍मू-कश्‍मीर के पुंछ में आतंकी हमले में शहीद जवानों की शहादत से हर किसी की आंखें हुई नम

About The Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed