न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय केवल शैक्षणिक ही नहीं सामाजिक ढांचे को भी मजबूत करने में अपनी उपस्थिति दर्ज करें। गांव के बच्चों को शहर में बुलाकर पढ़ाना तो अच्छा है ही, गांव गांव जाकर भी शिक्षा का प्रचार प्रसार किया जाए। गांव को गोद लें उनकी समस्याओं को सुनें समझे और उसका निस्तारण करें। इसके साथ ही नैक की ए++ ग्रेडिंग प्राप्त करने का प्रयास करें। यह सब बातें राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने सीएसजेएमयू प्रशासन को निर्देश दिए। लखनऊ में छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) की समीक्षा की। विवि के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने राज्यपाल के समक्ष अपना स्वमूल्यांकन प्रस्तुत किया। राज्यपाल ने विवि की प्रत्येक वर्ष की गतिविधियों को संचालित करने का निर्देश दिया।



राज्यपाल ने किया नैक ग्रेडिंग के लिए प्रेरित…
राज्यपाल ने नैक की ग्रेडिंग के लिए प्रेरित किया। वर्तमान में विवि की बी ग्रेडिंग है, साथ ही कहा कि यूनिवर्सिटी गांव के द्वार अभियान की शुरुआत करें। शिक्षक व छात्र गांव-गांव जाकर लोगों की समस्या को सुने और उसका निस्तारण करें। गांव में स्वास्थ्य कैम्प लगाकर उन्हें स्वस्थ बनाए। साथ ही विवि बाल विवाह व दहेज प्रथा के प्रति जागरूकता अभियान चलाए।विवि को गोद लिए गांवों मे जाकर राज्य व केंद्र सरकार की ओर से संचालित कल्याणकारी योजनाओं, शुद्ध पेयजल, गर्भवती महिलाओं का शत प्रतिशत अस्पताल में प्रसव, स्कूलों में शत प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति, पौधरोपण, कुपोषण व टीबी मुक्त कार्यक्रमों के प्रति जागरूक करें। कुलपति ने ज्ञान संचय पोर्टल के बारे में जानकारी दी। राज्यपाल ने अच्छे कार्य करने वाले शिक्षकों को वर्ष में एक बार सम्मानित करने का निर्देश दिया।
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राज्यपाल ने जाने छात्रों के विचार…
राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि पाठ्यक्रम निर्धारण के समय छात्रों के विचारों को भी जाने और उनके स्किल को ध्यान में रख उद्यमिता विकास और प्रोफेशनल कोर्स जैसे विषयों को प्राथमिकता में शामिल करें। इस मौके पर अपर मुख्य सचिव राज्यपाल महेश कुमार गुप्ता, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा डॉ. पंकज जानी आदि मौजूद रहे।