जहांगीरपुरी में शोभायात्रा के दौरान भड़की हिंसा का आंखों देखा ‘सच’
पुलिस की मौजूदगी के बावजूद जहांगीरपुरी में शोभायात्रा के दौरान भड़की हिंसा में क्या हुआ इसका आंखोंदेखा हाल शोभायात्रा में ड्यूटी कर रहे इंस्पेक्टर राजीव रंजन ने
न्यूज जंगल कानपुर डेस्क : शोभायात्रा के दौरान जिले के आला अफसर, जहांगीरपुरी थाने का स्टाफ मौजूद था। फिर अचानक ऐसा क्या हुआ कि जहांगीरपुरी का यह संवेदनशील इलाका अचानक हिंसा की चपेट में आ गया?
इसका जवाब हिंसा के सबसे अहम चश्मदीद और शोभायात्रा के सुरक्षा को संभालने वाले इंस्पेक्टर राजीव रंजन के बयान से मिलेगा। इंस्पेक्टर राजीव रंजन ने ही एफआईआर दर्ज कराई है। जिसमें उन्होंने उपद्रव के एक-एक सीन का जिक्र किया है। भीड़ की तरफ से पुलिस पार्टी पर फायरिंग और पथराव किया गया। जिसमें एसआई मेदालाल के बाएं हाथ में गोली लगी। अन्य पुलिसकर्मियों और एक पब्लिक को गंभीर चोटें आईं।
उपद्रवी भीड़ ने इस घटनाक्रम में एक स्कूटर में आग लगा दी। कई गाड़ियों में तोड़-फोड़ कर दी। हनुमान जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में शांतिपूर्वक ढंग से निकाली जा रही शोभायात्रा पर असामाजिक तत्वों के द्वारा पथराव कर और फायरिंग करके, सांप्रयादिक दंगे किए गए। लोगों के सामान की लूट, दुकानों और अन्य जगहों पर आगजनी की गई।
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इस दंगे में इंस्पेक्टर को भी चोट आई। पुलिस ने भी प्राइवेट कैमरे से मौके की विडियोग्राफी करवाई और फोटो लिए। मौके से पत्थर, टूटी हुई बोतलें व डैमेज गाड़ियां मिलीं। बहरहाल, पुलिस की जांच स्पीड पर है।