जयपुर में बरामद की गई विस्फोटक सामग्री घर को ही बना रखा था गोदाम

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 न्यूज जंगल डेस्क कानपुर:-राजधानी जयपुर पुलिस कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच की टीम ने अवैध विस्फोटक सामग्री (Illegal explosive material) का बड़ा जखीरा पकड़ने में कामयाबी हासिल की है. जयपुर में वेस्ट जिले के हरमाड़ा इलाके में रिहायशी मकान में दबिश देकर इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. दोनों आरोपी भाई हैं. आरोपी पिछले करीब दो साल से अवैध विस्फोटक पदार्थों की खरीद फरोख्त करने का काम कर रहे थे. आरोपियों ने अपने घर को ही अवैध विस्फोटक सामग्री का ठिकाना बना रखा था. पुलिस आरोपियों से पूछताछ करने में जुटी है. पुलिस आरोपियों के संपर्कों सूत्रों को खंगाल कर उनकी तह तक जाने का प्रयास कर रही है.

जयपुर पुलिस ने उनके कब्जे से करीब 82 क्विंटल 64 किलो अमोनियम नाइट्रेट, जिलेटिन की 2095 छड़ें, 3250 मीटर फ्यूज वायर और 1600 से ज्यादा डेटोनेटर बरामद किए हैं. रिहायशी कॉलोनी में अवैध विस्फोटक सामग्री के गोदाम का पता चलने पर स्थानीय लोगों में भी हड़कंप मच गया. पुलिस कार्रवाई के दौरान वहां काफी भीड़ एकत्र हो गई.

आरोपी अवैध विस्फोटक पदार्थ के कारोबारी हैं
हरमाड़ा पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी गोपाललाल और उसका भाई कालूराम है. सीएसटी के कांस्टेबल अनिल कुमार और विकास कुमार को सूचना मिली थी कि कालूराम तथा गोपाललाल अवैध विस्फोटक पदार्थ के कारोबारी हैं. उन्होंने अपने घर में ही अवैध विस्फोटक सामग्री का गोदाम बना रखे हैं. इस पर पुलिस ने रविवार को आरोपियों के घर में दबिश दी. वहां गोदाम से भारी अवैध विस्फोटक सामान भरा हुआ था.

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दुर्घटना होती तो भारी नुकसान हो सकता था
प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि सीकर जिले के नीमकाथाना निवासी जगदीश सिंह ने उनको विस्फोटकों का जखीरा भेजा था. इस विस्फोटक सामग्री को जयपुर में पत्थर की खदानों में ब्लास्टिंग करने के काम लाया जा रहा था. ये लोग अमोनियम नाइट्रेट के 50 किलो के एक कट्‌टे को 7300 रुपये में खरीदकर 15 हजार रुपये तक बेच रहे थे. वहीं अन्य विस्फोटक सामग्री को बेचकर भी 30 प्रतिशत तक मुनाफा कमा रहे थे. इनके पास लाइसेंस भी नहीं था. अगर कोई दुर्घटना होती तो भारी नुकसान हो सकता था. समय रहते पुलिस को पता चल जाने से कोई बड़ी अप्रिय घटना होने से बच गई.

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