दिल्ली-नोएडा में पराली के धुंए ने बढ़ा दी मुश्किलें, इन इलाकों में हालात खराब

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 सफर (सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) के अनुसार, शुक्रवार सुबह साढ़े 9 बजे तक दिल्‍ली का वायु गुणवत्‍ता स्‍तर यानि AQI Level 190 था. हालांकि यह स्‍तर सुधारात्‍मक श्रेणी को दर्शाता है, लेकिन खराब श्रेणी के बेहद करीब रहा. 

News jungal Desk :- उत्‍तर भारत में जहां एक तरफ मौसम तेजी से बदल रहा है, वहीं मैदानी इलाकों में फसलों के अवशेष यानि पराली जलाने के मामले भी सामने आने लगे हैं । तमाम पाबंदियों के बावजूद ऐसा हो रहा है । और इसका असर दिल्‍ली-एनसीआर में लोगों की सेहत पर भी दिखने लगा है । शुक्रवार सुबह दिल्‍ली-एनसीआर के कई इलाके स्‍मॉग की चपेट (Delhi-NCR Air Pollution) में रहे है । पराली के धुएं की वजह से दिल्‍ली समेत नोएडा में हालात खराब रहे है । नोएडा में सुबह साढ़े 9 बजे तक आसमान में साफ तौर पर पराली का धुआं यानि स्‍मॉग देखा गया है ।

SAFAR (सिस्टम आफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च) के अनुसार, शुक्रवार सुबह साढ़े 9 बजे तक दिल्‍ली का वायु गुणवत्‍ता स्‍तर यानि AQI Level 190 था । हालांकि यह स्‍तर सुधारात्‍मक श्रेणी को दर्शाता है, लेकिन खराब श्रेणी के बेहद करीब रहा है ।

दिल्‍ली यूनिवर्सिटी में एयर क्‍वालिटी स्‍तर ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया है । खबर लिखे जाने तक यह 313 दर्ज किया गया है टर्मिनल 3 पर भी एयर क्‍वालिटी इंडेक्‍स की हालत खराब देखी गई, जोकि 204 पर रहा. वहीं धीरपुर में भी हवा की क्‍वालिटी बेहद खराब श्रेणी में रही. यहां AQI 304 दर्ज किया गया है ।

आनंद विहार, विवेक विहार और दिलशाद गार्डन की बात करें तो यहां भी एयर क्‍वालिटी खराब श्रेणी में रही, जोकि क्रमश: 260, 258 और 263 रही है

नोएडा की बात करें तो यहां AQI Level 212 दर्ज किया गया है गुरुग्राम में हालात थोड़े ठीक देखे गए, जहां AQI 127 देखा गया है ।

दरअसल, हरियाणा और पंजाब में फसल अवशेष (पराली) जलाए जाने के मामले काफी ज्‍यादा देखे जा रहे हैं. अक्टूबर और नवंबर में दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण के स्तर में खतरनाक वृद्धि के पीछे पंजाब तथा हरियाणा में धान की पराली जलाने को एक प्रमुख कारण माना जाता है.

हरियाणा में केवल कुरुक्षेत्र में ही जिला प्रशासन ने फसल अवशेष (पराली) जलाने के आरोप में 116 किसानों पर करीब 3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है. हरियाणा का धान का कटोरा माने जाने वाले कुरुक्षेत्र में खेतों में लगी आग पर उपग्रह की तस्वीरों के जरिए नजर रखी जा रही है. राज्य के कृषि विभाग के अधिकारी पराली जलाने वाले किसानों पर भी नजर रख रहे हैं. चालू सीजन के दौरान 130 स्थानों से पराली जलाने की जानकारी मिलने पर इनमें से 118 जगहों पर आग लगने की जानकारी सही पाई गई. पराली जलाने वाले 116 किसानों के खिलाफ कार्रवाई की गई और उन पर 2.97 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया. उधर, पंजाब भी पराली जाने के काफी ज्‍यादा मामले सामने आ रहे हैं

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