बैंक अफसरों की मिलीभगत से दुकानदान ने उड़ाये 18.55 लाख
न्यूज जगंल डेस्क: कानपुर बुजुर्ग पेंशनर को मदद का झांसा देकर उसके खाते की जानकारी हासिल करने के बाद दुकानदान ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया पनकी पावर हाउस के अफसरों से साठगांठ से 18.55 लाख रुपए उड़ा दिए थे। क्राइम ब्रांच ने दुकानदार और उसके सहयोगी को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि बैंक अफसरों के भूमिका की जांच की जा रही है। जल्द ही फ्रॉड में शामिल बैंक अफसर को भी गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा।
छह महीने बाद पासबुक में इंट्री कराने पर हुई थी फ्रॉड की जानकारी
ठगी का खुलासा करते हुए एडीसीपी साउथ मनीष सोनकर ने बताया कि पनकी पावर हाउस में तैनात रहे बिहार सीवान निवासी कर्मचारी होशियार सिंह का निधन हो चुका है। उनकी पत्नी राम दुलारी इस खाते का इस्तेमाल करती थी। इसी खाते में उनकी पेंशन भी आती थी। 28 अक्तूबर को रामदुलारी ने पासबुक में इंट्री कराई तो उन्हें पता चला कि खाते से 18.55 लाख रुपए किसी ने उड़ा दिए हैं। यह सुनते ही उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने अफसरों को पूरा मामला बताया तब जाकर पनकी थाने में 28 अक्तूबर को एफआईआर दर्ज हुई और मामले की जांच क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दी गई। जांच में सामने आया कि 18 मार्च से 21 जून तक अलग-अलग खातों में पूरी रकम निकाली गई हैं। खाता धारकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तब सामने आया कि बैंक के बगल स्टेशनरी की दुकान चलाने वाला राजकुमार जैन और बर्रा निवासी अमित कुमार मिश्रा ने फ्रॉड किया है। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया। अब बैंक अफसरों समेत अन्य आरोपियों की जांच की जा रही है।
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बैंक की साठगांठ से हुआ था फ्रॉड, नौ खातों में गई थी ठगी की रकम
एडीसीपी मनीष सोनकर ने बताया कि पूरा फ्रॉड बैंक अफसरों की साठगांठ से हुआ था। दुकानदार राजकुमार जैन ने महिला का विड्रॉल फॉर्म और जीवित होने का प्रमाण पत्र जमा कराने के दौरान खाते की जानकारी हासिल कर ली थी। इसके बाद विड्रॉल फॉर्म के जरिए रकम निकाली गई तो फिर आखिर महिला के अलावा किसी दूसरे को पैसा कैसे दिया गया। आरटीजीएस से भी नौ खातों में रकम बैंक अफसरों की साठगांठ से हुई। बैंक में उस समय तैनात कर्मियों की बैंक प्रबंधन खुद जांच कर रहा है। बैंक की रिपोर्ट मिलते ही पुलिस कार्रवाई करेगी।